गुरुग्राम. आयुष्मान भारत योजना से हरियाणा के करीब 29 लाख परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा कवर मिलेगा. इस योजना से सीधे तौर पर सवा करोड़ प्रदेशवासी लाभांवित होंगे. यानि हरियाणा की 50 प्रतिशत जनता को इसका लाभ मिलेगा. गुरुग्राम के मानेसर में (CM Manohar Lal in Manesar Gurugram) मुख्यमंत्री ने योजना के विस्तार के शुभारंभ के दौरान कहा कि इस योजना को 'चिरायु हरियाणा' के नाम से जाना जाएगा. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित किए.
इस योजना में शामिल परिवारों का 5 लाख रुपए तक खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि अब दिव्यांग का इलाज भी इस योजना में हो सकेगा. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन गरीब और जरूरतमंद परिवारों के अच्छे स्वास्थ्य के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का एक नया संदेश लेकर आया है. आज से अन्त्योदय परिवारों को भी 'आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' (Ayushman Bharat PMJAY scheme Haryana) के दायरे में लाया जा रहा है.
इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'स्वस्थ भारत- सशक्त भारत' के विजन को एक नई दिशा और गति मिलेगी. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि लाभार्थियों का डाटा राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ साझा किया गया है ताकि उसे 'आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' (ayushman insurance scheme haryana) पोर्टल तथा पीपीपी आईडी के साथ एकीकृत किया जा सके. पात्र लाभार्थियों की पहचान करने, उन्हें पंजीकृत करने और मिशन मोड में उनके कार्ड बनाने के लिए सभी जिलों के साथ एकीकृत डेटा साझा किया जा रहा है.
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केंद्र सरकार के मानदंडों के अनुसार इस योजना के लाभार्थी परिवारों का चयन आर्थिक, सामाजिक व जातीय जनगणना-2011 के आधार पर किया गया है. इसके अनुसार हरियाणा में 15 लाख 51,798 परिवार इस योजना में चिह्नित हुए थे. इनमें से सिर्फ 9 लाख का डाटा वेरिफाई हुआ. इन्हें ही इस योजना का लाभ मिल रहा था. लेकिन अब राज्य सरकार के खर्च पर योजना का दायरा बढ़ाया गया है. पीपीपी के डाटा के आधार पर इस योजना से प्रदेश में अब 28 लाख 89,036 परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा कवर मिलेगा. पहले जहां करीब 9 लाख परिवारों को योजना का लाभ मिल रहा था, वहीं अब करीब 20 लाख और परिवार इसमें जोड़े गए हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने राज्य के हिसाब से केंद्र की 1 लाख 20 हज़ार रुपए वार्षिक आय की सीमा को बढ़ाकर 1 लाख 80 हज़ार रुपए कर दिया है. इन परिवारों के गोल्डन कार्ड (Haryana Health Golden Card) बनाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने अंत्योदय परिवारों के सभी लाभार्थियों को जल्द से जल्द योजना का लाभ देने के लिए जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्ड बनाने के लिए शिविर लगाने की घोषणा की. उम्मीद है कि 31 दिसम्बर तक सभी को गोल्डन कार्ड मिल जाएंगे. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश में कुल 715 अस्पताल सूचीबद्ध हैं, जिनमें 539 निजी अस्पताल और 176 सरकारी अस्पताल शामिल हैं. इस लिहाज़ से देखा जाए तो हरियाणा के प्रत्येक जिले के लगभग 32 अस्पतालों में इस योजना से जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है.
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इस योजना के तहत 1500 बीमारियों का इलाज हो सकेगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक आयुष्मान भारत योजना के तहत 580.77 करोड़ रुपए से अधिक के क्लेम दिए गए हैं. शीघ्र क्लेम भुगतान के लिए पिछले वर्ष हरियाणा को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ( एनएचए) से प्रशंसा - पत्र भी मिला है. हरियाणा आयुष्मान कार्डों को आधार से जोड़ने वाला देश का पहला राज्य है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आयुष्मान भारत योजना के अलावा भी प्रदेश में आमजन को सुलभ, सस्ती और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. प्रदेश में 228 प्रकार के ऑपरेशन, 70 प्रकार के टेस्ट और 21 प्रकार की दंत चिकित्सा सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध है. इसके साथ ही 541 दवाइयां भी मुफ्त दी जा रही हैं.