फरीदाबाद: कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. सभी ऑफिस, फैक्टरी, ऐकेड़मी, सर्विस सेक्टर्स बंद है. महामारी की वजह से मजबूरी में शिक्षण संस्थानों को भी बंद करना पड़ा है. ऐसे में बच्चों को अपनी पढ़ाई का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, लेकिन हरियाणा सरकार ने बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई करने का मौका दिया है. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने ये पड़ताल की कि बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कैसे कर रहे हैं, क्या इन्हें ये पढ़ाई रास आ रही है.
पढ़ाई पर ब्रेक लगने से बड़ा नुकसान हुआ: छात्रा
फरीदाबाद की रहने वाली नंदनी दसवीं की परीक्षा देने के बाद रिजल्ट आने का इंतजार रही हैं. नंदनी को पढ़ाई करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वो ने केंद्रीय विद्यालय शिक्षा बोर्ड से पढ़ाई कर रही हैं. नंदिनी ने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनका रिजल्ट आने में देरी हो रही है. जिस वजह से उनकी आगे की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर सामान्य दिन होते तो इस समय वह अपनी आगे की परीक्षाओं की ट्यूशन ले रही होतीं.
नंदिनी ने बताया कि उसके कुछ ऑप्टिकल पेपर अभी बचे हुए हैं. जो लॉक डाउन के बाद होंगे, लेकिन लॉक डाउन के बाद पेपर देने में समस्या आएगी, क्योंकि पढ़ाई के बीच ब्रेक लग चुका है. इस ब्रेक के लगने से विद्यार्थी का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है. उन्होंने कहा कि अगर एक साथ सभी पेपर होते तो ज्यादा अच्छा रिजल्ट आने की संभावना होती है. लॉक डाउन के चलते जिस तरह से कुछ पेपर रह गए हैं. वो निश्चित तौर पर ही रिजल्ट को प्रभावित करेंगे.
ऑनलाइन पढ़ाई नहीं है उतनी कारगर: छात्र
ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे आठवीं कक्षा के छात्र ओजस्वी ने बताया कि वो घर पर बैठकर पढ़ाई तो कर रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई इतनी कारगर साबित नहीं हो रही जितनी कि स्कूल में क्लास के अंदर जाकर होती है. उन्होंने कहा कि वह ऑनलाइन टास्ट लेते हैं और काम खत्म करने के बाद ऑनलाइन ही काम चेक कराते हैं. ओजस्वी का कहना है कि ऑनलाइन सिर्फ एक मजबूरी है क्योंकि लॉक डाउन के चलते स्कूल बंद हैं.
ऑनलाइन पढ़ाई से छात्रों और टीचरों के बीच की दूरी कवर नहीं हो पाती. लॉक डाउन होने के कारण उनकी पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो गई है. वहीं आठवीं कक्षा तक के बच्चों को प्रमोट करने पर इन छात्रों का कहना है कि मुश्किल के इस दौर में सरकार ने सही फैसला लिया है, लेकिन इसमें उन बच्चों की मेहनत दिखाई नहीं देगी जिन्होंने पढ़ाई में अपने दिन-रात लगाए हैं.