फरीदाबाद: एक फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का बजट पेश करेंगी. ऐसे में कोरोना महामारी से जूझ रहे देशवासियों को केंद्रीय बजट से काफी उम्मीदें हैं. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने देश की उद्योगपतियों से जानने की कोशिश की कि उन्हें इस बजट (Haryana Industrialists Expectations From Union Budget) से क्या उम्मीदें है. इस दौरान उद्योगपतियों ने कच्चे माल की लागत कम करने, इनकम टैक्स की स्लैब को बढ़ाने, ऑटो पार्ट्स में GST घटाने सहित कई उम्मीदें बजट से रखी हैं.
आने वाले बजट को लेकर उद्योगपतियों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि पूरे देश में गैस का एक ही रेट होना चाहिए. उद्योगपतियों ने बताया कि एनसीआर के फरीदाबाद में गैस के दाम में 14 से लेकर 30 रुपए का अंतर आ रहा है, जबकि केंद्र सरकार ने क्लीन फ्यूल की मुहिम चलाई है और यदि केंद्र सरकार गैस के दाम कम रखेगी तभी क्लीन फ्यूल को उद्योगपति यूज करेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि निर्यात के अंदर कंटेनर का भाड़ा डबल से भी ज्यादा हो गया है, जिससे एक्सपोर्टर को बहुत फर्क पड़ रहा है. ऐसे में एक्सपोर्टर को बजट में रियायत मिलेगी तभी विदेशी मुद्रा अर्जित हो पाएगी.
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वहीं उद्योगपतियों ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं जैसे कि रोड और बिजली अच्छी नहीं है. इसलिए औद्योगिक क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जाए ताकि जनरेटर का इस्तेमाल बंद हो सके. साथ ही दूसरे उद्योगपतियों ने कहा की स्माल स्केल इंडस्ट्री पर टैक्स कम किया जाए और उद्योगपतियों को लोन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए. क्योंकि आज के दौर में लोन के मामलों में बैंकों का व्यवहार ठीक नहीं है. वहीं ऑटो पार्ट्स और पैकेजिंग से जुड़े उद्योगपतियों ने सरकार से आम बजट में राहत देने की उम्मीद लगाई है.