चरखी दादरी: ग्रीन कॉरिडोर की अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर पिछले एक वर्ष से धरनारत किसानों ने आर-पार की लड़ाई लड़ने का संकल्प लेते हुए हरियाणा सरकार का पुतला फूंका. इस दौरान किसानों ने रोष जुलूस निकाला और सरकार पर उनकी मांगों को पूरी नहीं करने का आरोप लगाया. साथ ही प्रदर्शन कर आगामी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई.
धरने को हुआ एक साल
बता दें, ग्रीन कारिडोर 152डी नेशनल हाईवे का नारनौल से गंगेहड़ी तक निर्माण होना है. जिसमें दादरी जिले के 17 गांवों की जमीन भी शामिल है. अधिग्रहीत जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग को लेकर किसान गांव रामनगर में पिछले एक वर्ष से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं.
किसानों ने प्रदर्शन कर सरकार का पुतला फूंका, देखें वीडियो ये है किसानों की मांग
किसानों की मांग है कि उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए, ताकि उनको आर्थिक रूप से परेशानी ना हो. हालांकि, प्रशासन और सरकार द्वारा किसानों से कई दौर की वार्ता कर प्रति एकड़ 45 से 55 लाख रुपये निर्धारित किया गया.
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इसके बावजूद किसानों की मांग है कि प्रति एकड़ दो करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए. मांगों को लेकर धरनारत किसानों ने विनोद मोड़ी व अनूप खातीवास की अगुवाई में धरना की वर्षगांठ पर रोष प्रदर्शन किया.
किसानों ने फूंका हरियाणा सरकार पुतला
इस दौरान किसानों ने हरियाणा सरकार का पुतला लेकर रोष जुलूस निकाला और रोष जताते हुए सरकार का पुतला फूंका. किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अब किसान आर-पार की लड़ाई लड़ते हुए बड़ा आंदोलन करेंगे. साथ ही कहा कि उचित मुआवजा नहीं मिलेगा तो किसी भी सूरत में हाईवे का निर्माण शुरू नहीं होने देंगे.