चंडीगढ़: मनोहर सरकार ने आईपीएस अधिकारी विनोद कुमार को उनकी संदिग्ध निष्ठा के तहत तीन महीने के नोटिस देने के बाद अनिवार्य सेवानिवृत्ति के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. यह प्रस्ताव हरियाणा सरकार की एक समीक्षा समिति द्वारा दिया गया था, जिसमें 14 आईपीएस अधिकारियों को सरकारी सेवा में बने रहने हेतु फिट पाया गया है.
इन अधिकारियों ने 15 एंव 25 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है और 50 वर्ष की आयु प्राप्त कर ली है. इन अधिकारियों ने आईपीएस में शामिल होने के बाद 5 वर्ष की सेवा भी पूरी कर ली है. बताया जा रहा है कि 15 आईपीएस अधिकारियों के गोपनीय रिकॉर्ड और उपलब्ध सामग्री का आंकलन करने पर यह पाया गया कि विनोद कुमार को छोड़कर इस कमेटी ने 14 आईपीएस अधिकारियों को सेवा के लिए फिट माना है.
ये अधिकारी बने रहेंगे सेवा में