चंडीगढ़ःहरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति पार्टियां ही नहीं हरियाणा रोडवेज यूनियन ने भी एक रणनीति तैयार की है. इस रणनीति के तहत रोडवेज यूनियन प्रदेश में हर राजनीतिक दल से बीजेपी सरकार द्वारा लाई गई किलोमीटर स्कीम को हटाने की मांग करेगी. इसके साथ ही जो उनकी मांगों को मानेगा रोडवेज कर्मचारी उस दल का साथ देंगे.
'घोषणा पत्र में करवाएंगे शामिल'
हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के महासचिव बलवान सिंह दोदवा ने बताया कि ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन हरियाणा सरकार द्वारा लागू की गई किलोमीटर स्कीम को रद्द करवाने के लिए प्रत्येक विपक्षी दल को ज्ञापन सौंपेंगी. इसके अलावा विपक्षी दलों को अपने घोषणा पत्र में शामिल करने की मांग करेगी.
'जो मानेगा बात उसको देंगे साथ'
यूनियन ने ये भी ऐलान किया है कि जो भी राजनीतिक पार्टी किलोमीटर स्कीम रद्द करके परिवहन विभाग में सरकारी बसें लाने का मुद्दा अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी. हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी उस पार्टी का पूर्ण रूप से समर्थन करेंगे. यही नहीं उन्होंने कहा कि अगर कोई भी विपक्षी दल आज हमारा साथ देगा और हमारी आवाज को जनता के बीच उठाएगा, हम उसी का साथ देंगे.
ये भी पढ़ेंः कांग्रेस मेनिफेस्टो की पहली बैठक आज, हरियाणा के लिए क्या होंगे चुनावी वादे?
BJP सरकार पर लगाए आरोप
बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए दोदवा ने बताया कि खट्टर सरकार ने अपने निजी चहेते बड़े ट्रांसपोर्टरों को सीधा लाभ पहुंचाने के लिए गुपचुप तरीके से सांठगांठ करके भारी भरकम रेटों पर किलोमीटर स्कीम के तहत 510 बसें लेने का एग्रीमेंट किया था. रोडवेज यूनियनों ने इसमें भारी घोटाले की आशंका जाहिर करते हुए विरोध स्वरूप एक लम्बी हड़ताल की थी.
'ट्रासपोर्टरों के साथ थी बड़ी डील'
गौरतलब है कि रोडवेज यूनियन ने किलोमीटर स्कीम में हुए घोटाले की किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच करवाने की मांग की थी ताकि असलियत सामने आ सके. रोडवेज वर्कर्स यूनियन के महासचिव बलवान सिंह दोदवा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए विजिलेंस से जांच करवाई.