चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 के लिए मतदान प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. इस बार हरियाणा में लगभग 68.30 फीसदी मतदान हुआ है, जबकि पिछली बार प्रदेश में 76.13 फीसदी मतदान हुआ था. मतदान खत्म होने के बाद हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल और एडीजीपी लॉ एंड नवदीप सिंह विर्क ने प्रेस वार्ता की.
सवा लाख कर्मचारियों और 75 हजार पुलिस कर्मियों ने संभाली कमान
चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने बताया कि छिटपुट घटनाओं को छोड़कर चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. इस दौरान कोई कोई कैजुअल्टी नहीं हुई. अग्रवाल ने बताया कि मतदान के लिए सवा लाख कर्मचारी और 75 हजार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी.
'दोबारा मतदान की कोई शिकायत नहीं'
अनुराग अग्रवाल ने कहा कि अभी किसी जिले के ऑब्जर्वर या रिटर्निंग ऑफिसर की ओर से पुन: मतदान की सिफारिश नहीं मिली है. अगर ऐसी कोई सिफारिश आती है तो उसे चुनाव आयोग को भेजा जाएगा और चुनाव आयोग ही इस पर फैसला लेगा.
हरियाणा चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस हरियाणा में घटा मतदान प्रतिशत
इस दौरान अनुराग अग्रवाल ने पिछली बार की तुलना में घटे मतदान प्रतिशत पर भी दुख जताया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए थे. साथ ही तरह-तरह के अभियान चलाकर भी लोगों को जागरुक किया गया. बावजूद इसके पिछली बार की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत कम ही दर्ज किया गया.
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हरियाणा में चुनाव के दौरान 13 एफआईआर दर्ज
वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद हरियाणा के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर नवदीप सिंह विर्क ने बताया कि मतदान प्रक्रिया के दौरान 13 एफआईआर दर्ज की गई. जिसमें 7 नूंह, 2 रोहतक और बाकी नारनौल में दर्ज की गई हैं. उन्होंने बताया कि 2014 विधानसभा चुनाव में कुल 34 एफआईआर दर्ज की गई थी.
नूंह में हुई झड़प में 7 लोग घायल
नवदीप सिंह विर्क ने बताया कि नूंह जिले में 7 लोगों के घायल होने की भी सूचना है. वहीं बड़ा हादसा जिले के चिल्ला और मलक्का गांव में हुआ है. जहां 7 लोग घायल हुए हैं. हादसे का कारण चुनावी रंजिश बताई गई है. वहीं कैथल में शाम को 6 बजे आईटीआई में बने पोलिंग स्टेशन पर पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा.