चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गुजरात (deputy cm dushyant chautala in gujarat) के गांधीनगर में 'डेफएक्सपो-22' के दौरान इजरायल के राजदूत महामहिम नओर गिलोन तथा उनके साथ आए डेलिगेशन के साथ बातचीत की. उपमुख्यमंत्री हरियाणा के डेलिगेशन के साथ हरियाणा सरकार की ओर से 'डेफएक्सपो-22' में हिस्सा लेने के लिए गुजरात के गांधी नगर पहुंचे थे. इसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया.
डिप्टी सीएम (haryana deputy chief minister dushyant chautala) ने इजरायल के अलावा विभिन्न एविएशन एवं डिफेंस क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के साथ कई मीटिंग की और उनको हरियाणा में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में एविएशन एवं डिफेंस के क्षेत्र में निवेश के लिए अपार संभावनाएं हैं. राज्य सरकार ने करीब पांच महीने पहले 'हरियाणा एयरोस्पेस और डिफेंस प्रोडक्शन पॉलिसी 2022' को स्वीकृति दी है.
दुष्यंत ने बताया कि हरियाणा सरकार ने जो 'हरियाणा एयरोस्पेस और डिफेंस प्रोडक्शन पॉलिसी 2022' तैयार की है उसका प्रमुख उद्देश्य एयरोस्पेस एवं रक्षा क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है और इस क्षेत्र के विकास के लिए पूर्णतया पारिस्थितिक तंत्र सृजित करने पर बल देना है. उन्होंने बताया कि इस नीति के माध्यम से आगामी पांच वर्षों में एक बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 8 हजार करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना तथा हजारों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करना है.
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डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि इस नीति के माध्यम से हरियाणा सरकार राज्य में मानव पूंजी विकास को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न कदम, जैसे- पाठ्यक्रम विकास, अनुसंधान एवं नवाचार छात्रवृत्ति कार्यक्रम, एयरोस्पेस एवं रक्षा विश्वविद्यालय और फ्लाइंग स्कूल की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि सरकार की यह नीति हरियाणा में एक विश्व स्तरीय एमआरओ बनाने की आवश्यकता को भी पूरा करेगी. साथ ही यह नीति एमएसएमई क्षेत्र के विकास और इसके व्यवसाय के विकास पर विशेष जोर देती है. डिप्टी सीएम ने जानकारी दी कि महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हिसार को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लिए विकसित किया जा रहा है और यहां पर एविएशन-हब बनाया जा रहा है जो कि प्रदेश में प्रगति के नए द्वार खोलेगा.