हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

1 फरवरी से शुरू हो रहा सूरजकुंड मेला, 24 साल बाद हिमाचल बनेगा 'थीम स्टेट'

सूरजकुंड मेले के उद्घाटन समारोह में 1 फरवरी, 2020 को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मौजूद रहेंगे. वहीं, मेले के समापन समारोह (16 फरवरी, 2020 को) में हिमाचल के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शामिल होंगे. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मेले के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है.

हिमाचल के सीएम जयराम
हिमाचल के सीएम जयराम

By

Published : Jan 30, 2020, 9:42 PM IST

Updated : Jan 30, 2020, 10:01 PM IST

शिमला/ चंडीगढ़: हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, हस्तशिल्प और पर्यटन की संभावना को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मंच पर प्रदर्शित करने के लिए फरीदाबाद के 34वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय कला मेला में हिमाचल प्रदेश थीम स्टेट के रूप में भाग ले रहा है. ये मेला 1 से 16 फरवरी, 2020 तक आयोजित किया जाएगा.

सूरजकुंड मेले के उद्घाटन समारोह में 1 फरवरी, 2020 को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मौजूद रहेंगे. वहीं, मेले के समापन समारोह में 16 फरवरी, 2020 को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय शामिल होंगे. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मेले के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है. बता दें कि इस मेले का शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 24 वर्ष के बाद इस विश्व प्रसिद्ध मेले में थीम स्टेट बनने का अवसर मिला है.

24 साल बाद हिमाचल बनेगा सूरजकुंड मेले का 'थीम स्टेट'

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इसके माध्यम से हिमाचल प्रदेश को अपने हस्तशिल्प, हथकरघा, फल उत्पाद, चाय, शहद और मेटलक्राफट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा. मुख्यमंत्री ने लोगों का इस मेले में स्वागत किया है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस मेले के कारण हिमाचल के उत्पादों को विश्व स्तर पर नई पहचान मिलेगी.

इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन में राज्य थीम स्टेट के रूप में भागीदारी के लिए पर्यटन की दृष्टि से पर्यटन विभाग ने खास तैयारी की है. विभाग ने राम बाग गेट मनाली के एक स्थायी गेट की प्रतिकृति, हेरिटेज स्मारक की एक स्थायी संरचना और भीमकाली मंदिर की प्रतिकृति बनाई है. सराहन, एक अपना घर, पारंपरिक हिमाचली शैली और 5 अस्थायी दरवाजों का निर्माण किया है.

शिल्प मेला मैदान के प्रत्येक प्रवेश बिंदु पर संस्कृति को दर्शाने वाले स्थान है. हिमाचल के प्रसिद्ध मंदिरों के द्वारों का निर्माण किया गया है जिनमें ऊना का छिन्नमस्तिका चिंतपूर्णी मंदिर, माता श्री ज्वाला जी, करसोग का चिंदी देवी मंदिर, साक्या तंग्यूड मॉनेस्ट्री शैली और चंबा सहस्त्राब्दी गेट है. सूरजकुंड मेले में 4 फरवरी 2020 को हिमाचली सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा.

हिमाचल प्रदेश के सांस्कृतिक मंडली सूरजकुंड मेला ग्राउंड के चौपाल में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे. इसके अलावा, हिमाचल की समृद्ध संस्कृति के प्रदर्शन के लिए हर दिन सांस्कृतिक प्रदर्शन सूरजकुंड मेला ग्राउंड के विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया जाएगा जिससे लोग मेले को आकर्षित किया जा सके. साथ ही हिमाचल प्रदेश राज्य को बढ़ावा दिया जा सके. हिमाचली उत्पादों को बढ़ावा देने और विपणन के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों के कारीगरों के 70 स्टाल लगाए गए हैं जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों के कारीगर शामिल हैं.

ये भी पढ़ें:सूरजपाल अम्मू का शाहीन बाग धरने पर विवादित बयान, अनुराग ठाकुर की तरह लगवाए नारे

सूरजकुंड में शिल्प मेला 2020 के दौरान हथकरघा, हस्तशिल्प, धातु शिल्प, बांस उत्पाद आदि प्रदर्शन और बिक्री के लिए होंगे. इस मेले में 9 फरवरी को हिमाचल प्रदेश की समृद्ध कला और संस्कृति को दर्शाने के लिए फैशन शो का आयोजन भी किया जाएगा. इसमें प्रसिद्ध ड्रेस डिजाइनर रितु बैरी के बनाए गए परिधान अनफॉरगेटेबल हिमाचल विषय पर आधारित होंगे. इस मेले में हिमाचली खाने के व्यंजनों के स्टाल लगाए जाएंगे.

पर्यटन विभाग पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और आउटडोर मीडिया के माध्यम से राज्य की पर्यटन क्षमता का प्रचार कर रहा है. एफएम रेडियो, एयरपोर्ट और दिल्ली एनसीआर को कवर करने वाले दैनिक समाचार पत्रों में विशेष विज्ञापन अभियान शुरू किया गया है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिए थीम राज्य के रूप में सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला में उद्योग विभाग, भाषा, कला और संस्कृति विभाग और हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम भाग ले रहे हैं.

Last Updated : Jan 30, 2020, 10:01 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details