चंडीगढ़: देशभर में लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित प्रवासी मजदूर हुए हैं. जिनके सामने रोजी रोटी का संकट तो खड़ा हुआ ही है, वहीं उनकी घर वापसी उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती बनती दिखाई दे रही है. ऐसे में अब राज्य सरकारें अपने लोगों को निकालने के काम में जुट गई हैं. इसी के तहत चंडीगढ़ प्रशासन ने भी चंडीगढ़ में फंसे प्रवासियों को निकालने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं.
सबसे पहले चंडीगढ़ प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के गोंडा के 1188 प्रवासियों को रविवार को ट्रेन से उनके घर भेजा. वहीं अब अगले 7 दिनों यानी सोमवार 11 मई से 17 मई तक बिहार के लिए चंडीगढ़ से ट्रेने जाएंगी. जिसमें चंडीगढ़ में फंसे बिहार के प्रवासियों को उनके राज्य वापस भेजा जाएगा.
रास्ते में खाने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने बांटा खाना 11 मई को किशनगढ़, 12 मई को भागलपुर, 13 मई को पूर्णिया, 14 मई को सीतामढ़ी, 15 मई को मधुबनी, 16 मई को साहरसा और 17 मई को पूर्णिया बेगूसराय के लिए चंडीगढ़ से ट्रेन जाएगी. ये सभी ट्रेनें हर रोज दोपहर 2:00 बजे चंडीगढ़ से चलेंगी. इन सभी ट्रेनों में 1188 लोग रोजाना अपने राज्य वापस जाएंगे.
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चंडीगढ़ प्रशासन इन सभी लोगों को वापस भेजने का खर्चा उठा रहा है. इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन सबसे पहले इन सभी लोगों के स्वास्थ्य की जांच करके इनको ट्रेन में बैठा रहा है. प्रशासन ने इसके लिए चिकित्सकों की टीम गठित की है. जो इनके स्वास्थ्य की जांच कर रही है. जिसके बाद इन्हें बसों से चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन भेजा जा रहा है. साथ ही प्रशासन की ओर से रास्ते में खाने के लिए खाना-पानी की व्यवस्था भी की गई है ताकि इन लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो.