भिवानी: राजस्थान से सटे भिवानी में ठंड का असर देखने को मिल रहा है. जहां ठंड से आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. तो वहीं इसका असर दुधारू पशुओं में भी देखा जा (Effect of cold on milch animals) रहा है. वहीं पशुपालकों ने बताया कि ठंड का प्रभाव आमजन के साथ-साथ पशुओं पर भी पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि पशुओं के दूध में काफी कमी आई है. दुधारू पशुओं का दूध सूख रहा है. पशुपालकों का कहना है कि खर्चे व महंगाई अधिक होने की वजह से पर्याप्त मात्रा में चाट, खल और बिनौला पशुओं को नहीं दे पा रहे हैं. उन्होंने सरकार से गुजारिश करते हुए कहा कि उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, जिससे पशुओं का पालन-पोषण हो सके.
ठंड में पशुओं का कैसे करें बचाव पशु चिकित्सक का कहना है कि पशुओं के दूध में 15 से 25 प्रतिशत तक कमी आई है. इसके लिए पशु पालक पशुओं की खुराक में बढ़ोतरी करें. वहीं पशु चिकित्सक विजय सनसनवाल का कहना है कि लगातार तापमान में गिरावट के चलते पशुओं में इसका प्रभाव पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि 15 से 25 प्रतिशत दुधारू पशुओं में दूध की कमी आई है.
ठंड में पशुओं का कैसे करें बचाव:उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि पशुपालक अपने पशुओं की खुराक को बढ़ा दें. उन्होंने कहा कि अब जितनी मात्रा में पशुओं को चारा डाला जा रहा है, वह पर्याप्त नहीं है क्योंकि उसकी एनर्जी की खपत टेम्प्रेचर मेंटेन करने में लग जाती है. पशु चिकित्सक ने बताया कि पशुओं को चारे में तूड़ा के साथ-साथ चाट, खल बिनौला मिलाकर दें, ताकि दूध में बढ़ोतरी बनी रहे.
पशुओं में निमोनिया की शिकायतें ठंड से पशुओं को बचाने के लिए ठंडा पानी न पिलाएं और जब भी धूप निकले तो पशुओं को बाहर बांधे और बोरी से ढांपकर रखें. उन्होंने कहा कि छोटे कटड़े-कटडियों व बछड़े -बछड़ियों में निमोनिया की काफी शिकायत आ रही (Complaints of pneumonia in animals) है. उनका विशेष ध्यान रखें. उन्होंने बताया कि किसी पशु को निमोनिया हो जाता है तो तुरंत पशु अस्पताल में उसका इलाज करवाएं और पशुओं के इलाज के लिए प्रदेश सरकार द्वारा नि:शुल्क मेडिसिन सुविधाओं का (pneumonia in animals in Bhiwani) लाभ उठाएं.