भिवानी: डेंगू का डंक फिर से जानलेवा साबित ना हो, इसके लिए भिवानी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार होने का दावा कर रहा है. भिवानी स्वास्थ्य विभाग ने एक अप्रैल से अक्टूबर तक लिए माइक्रो प्लान तैयार किया है. इस प्लान के तहत एंटी लार्वा के लिए 154 टीमें गठित की गई हैं, जो घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं. इतना ही नहीं जिले के 235 तालाबों को चिह्नित कर उनमें गंबूजिया मछलियों के बीज डाले गए हैं, ताकि मच्छरों का लार्वा उत्पन्न ना हो सके.
जिन घरों में मच्छरों का लारवा पाया जाता है, उनको एमसी या सरपंच के माध्यम से नोटिस जारी किया जाता है. फिलहाल अभी तक भिवानी जिला में मलेरिया और डेंगू के मरीज नहीं मिले हैं. भिवानी के सिविल सर्जन ने बताया कि बारिश के मौसम में मच्छरों से फैलने वाली डेंगू या मलेरिया की बीमारी को रोकने के लिए पहले ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. मच्छरों का लार्वा चिह्नित कर क्षेत्र में फॉगिंग की जा रही है. इसके लिए 154 टीमें गठित की गई हैं, जो घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं.