करनालः नायब तहसीलदार पेपर लीक मामले का आरोपी राजीव भूटानी अपने पद पर अभी भी बना हुआ है. ईटीवी भारत लगातार अधिकारियों को इस बाबत अवगत कराता रहा है लेकिन राजीव भूटानी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
सीएम ने भी झाड़ा पल्ला
मुख्यमंत्री मनोहर लाल से जब नायब तहसीलदार पेपर लीक मामले के आरोपी राजीव भूटानी पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि उन पर कार्रवाई हो रही है. लेकिन जब ईटीवी भारत संवाददाता ने उनसे पूछा कि अगर 5 दिन और राजीव भूटानी पर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर उनको सस्पेंड करना मुश्किल हो जाएगा तब मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आचार संहिता लग चुकी है मैं कुछ नहीं कर सकता.
राजीव भूटानी पर डीसी ने क्या कहा ?
ईटीवी भारत संवाददाता ने करनाल के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह से राजीव भूटानी पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ये पूरा मामला शिक्षा विभाग का है लेकिन फिर भी मैं इसे देखूंगा. और इतना कहकर वो चले गए.
क्या है पूरा मामला ?
- 26 मई को नायब तहसीलदार की परीक्षा होनी थी
- पेपर लीक होता इससे पहले ही पुलिस ने छापेमारी कर आरोपियों को पकड़ लिया
- पेपर शुरू होते ही पुलिस ने रेवाड़ी जैन गर्ल्स स्कूल और माउंट लिट्राजी स्कूल से पांच आरोपियों को आंसर-की के साथ गिरफ्तार किया
- तीन आरोपी गुरुग्राम और एक आरोपी को करनाल से गिरफ्तार किए गए.
- ठीक एक दिन बाद पेपर लीक कर आरोपियों तक पहुंचाने वाले करनाल स्थित एसएस इंटरनेशल स्कूल में तैनात परीक्षा वाले दिन केंद्र अधीक्षक जसबीर को गिरफ्तार किया गया.
- रिमांड के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने दो लाख रुपये में सौदा किया था
- दो लाख रुपये में पेपर लाकर देने की जिम्मेदारी बीईओ राजीव भूटानी ने ली थी, जिसमें एक लाख एडवांस में दे दिए गए थे.
- इसके बाद राजीव भूटानी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
- राजीव भूटानी को कोर्ट ने प्रथम दृष्टया गुनहगार माना.
- राजीव भूटानी को इसके बाद जेल भेज दिया गया.
- 3 महीने के बाद जेल से आकर राजीव भूटानी ने फिर से ज्वाइन की ड्यूटी.