करनाल: घरौंडा कस्बे के असंध मार्ग पर कुताना चौक के पास आठ एकड़ गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ गई. आग की लपटों ने चाय की दो दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया. दुकान में रखे सिलैंडर ने भी आग पकड़ ली जिससे आसपास अफरा-तफरी मच गई. साथ लगते एक प्लांट के कर्मचारियों ने सिलैंडर की आग को बुझाया जिसमें एक कर्मचारी की उंगलियां भी झुलस गई.
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आगजनी की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड व पुलिस की गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग लगने का कारण शॉर्ट-सर्किट बताया जा रहा है. सीजन की शुरूआत में ही 3 किसानों की 6 महीने की मेहनत राख हो गई.
तेज हवाओं के कारण आग की लपटों ने भयंकर रूप धारण कर लिया. आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया. कुताना चौक के पास स्थित इंडोरामा प्लांट के हेड दिनेश ककड़ ने कर्मचारियों को आग बुझाने का निर्देश दिए और कुछ ही मिनटों बाद प्लांट का फायर हाइड्रेंट शुरू हो गया. प्लांट कर्मचारियों ने पानी की बोछार शुरू कर दी. इसी दौरान रिफाइनरी, करनाल और घरौंडा फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों ने भी मोर्चा संभाल लिया.
किसानों ने भी ट्रैक्टरों व कृषि यंत्रों के जरिए आग को आगे बढ़ने से रोका. खेतों से उठी आग की लपटों ने सड़क किनारे बने चाय के दो खोखों (अस्थायी दुकान) को अपनी चपेट में ले लिया. दुकान में रखे सिलैंडर ने आग पकड़ी तो लोगों में दहशत और भी ज्यादा बढ़ गई. प्लांट व फायर कर्मचारियों ने सिलैंडर की आग को बुझाने का प्रयत्न किया. आग बुझाते समय प्लांट के सिक्योरिटी इंचार्ज विनोद कुमार की उंगलियां झुलस गई. करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
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आगजनी की इस घटना में मुनक के किसान कुलवंत सिंह पुत्र सूरत सिंह की दो एकड़, हरविंद्र सिंह पुत्र निर्मल सिंह की चार एकड़ तथा गुरमुख सिंह पुत्र सूरत सिंह की दो एकड़ फसल जलकर राख हो गई. वहीं टी स्टाल मालिक अशोक कुमार व रोशन लाल के दोनों खोखे जल गए. पीड़ित किसानों का कहना है कि उनके खेतों के ऊपर से रिफाइनरी में हाईटेंशन पॉवर लाइन गई हुई है. इन तारों में 24 घंटे करंट दौड़ता है. इतना ही बिजली की लाइन पेड़ों के बीचोंबीच गुजर रही है. नतीजन गर्मी के मौसम में चलने वाली तेज हवाओं के कारण तारे आपस में टकराती है और आगजनी की घटना होती है.