चरखी दादरी: शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के लिए राज्य सरकार एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. हरियाणा शिक्षा विभाग (Haryana Education Department) द्वारा स्कूलों की देखरेख पर हर साल करोड़ों रुपये का बजट खर्च किया जाता है. बावजूद इसके सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय बनी हुई है. अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही की वजह से नीमड़ी गांव में स्थित राजकीय माध्यमिक स्कूल में पानी भरा हुआ है. स्कूल की छत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. कमरों में प्लास्टर गिरने लग गया है. कमरे के बीम एक ओर झुक गए हैं. इसकी वजह से यहां पर बच्चों के लिए खतरा पैदा हो गया है.
गांव के लोगों का कहना है कि राजकीय माध्यमिक स्कूल चरखीदादरी (Government Secondary School Charkidadri) में बरसात के दिनों उखड़ी फर्श और सीलन भरी दीवारों के बीच छात्रों को बैठना पड़ रहा है. उनका कहना है कि सालों पहले इस स्कूल के भवन का निर्माण करवाया गया था, इसके बाद से आज तक इस भवन की मरम्मत नहीं की गई. इस वजह से अब भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है. भवन की हालात इतनी खस्ता हो चुकी है कि बरसाती दिनों में स्कूल के कमरे तालाब में बन जाते हैं. बरसात के दिनों में स्कूल की पढ़ाई व्यवस्था भगवान भरोसे रहती है.
वहीं जब स्कूल जर्जर स्कूल भवन को लेकर छात्रों से बात की गई तो बच्चों ने सहम कर जबाब दिया डर तो बहुत लगता है. लेकिन, क्या करें बहुत सारे बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं. सब इसी बिल्डिंग और छत के नीचे पढ़ते हैं. छात्र छात्राओं का कहना है कि वह जब कमरों के अंदर बैठकर पढ़ाई करते हैं तो उनको यह डर लगा रहता है कि कहीं छत टूट कर उनके ऊपर नहीं गिर पड़े. अध्यापक जब उनको पढ़ाते हैं तो उनको आधा ध्यान छत की तरफ रहता है और आधा ध्यान पढ़ाई पर रहता है . बता दें कि पिछले दिनों लगातार हुई बारिश के कारण स्कूल के कमरों में जलभराव (Waterlogging in school rooms) हो गया है. हालांकि स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों को दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट किया. इस बिल्डिंग में भी लगातार प्लास्टर झड़ रहा है.