भिवानी:आज पूरे देश में हरियाली तीज धूमधाम (Hariyali Teej celebrations) से मनाई जा रही है. हरियाली तीज से हिंदू तीज त्योहारों की शुरु हुआ सिलसिला होली तक चलता रहता है. त्योहार छोटे हों या बड़े लोग उत्साह के साथ मनाते हैं, लेकिन बढ़ती महंगाई चलते लोगों की खुशियां और उत्साह कहीं गुम होता नजर आ रहा है. या यूं कहें कि महंगाई के चलते त्योहारों में फीकापन आ गया (Inflation hit the festival in bhiwani) है.
Hariyali Teej 2022: तीज के त्योहार पर पड़ी महंगाई की मार, फीकी पड़ी बाजारों की रौनक
तीज त्योहारों में बढ़ी महंगाई ने लोगों की खुशियों में ग्रहण लगा दिया (Inflation hit the festival) है. बाजारों में लोगों की भीड़ कहीं गुम सी हो गई है. भिवानी के बाजारों में कुछ इसी तरह के हालात नजर आए. लोग खरीददारी तो करना चाहते हैं लेकिन बढ़ती महंगाई ने उनके बजट पर खास प्रभाव डाला है.
भिवानी में हरियाली तीज (Hariyali Teej Festival In Bhiwani) के मौके पर के बाजारों में खरीदारी तो जरूर हुई लेकिन त्योहारों के समय जो भीड़ दुकानों में नजर आती थी उसमे कहीं कमी देखी गई. खरीददारी करने आए लोगों ने बताया कि बढ़ती महंगाई के कारण उनका बजट बिगड़ गया है, इसलिए खरीददारी करते समय उन्हें सोचना पड़ता है कि क्या खरीदें क्या न खरीदें. लोगों ने कहा कि महंगाई ने तीज के त्योहार की रौनक को फीका करने का काम किया है. तीज के त्योहार के मौके पर बेटियों को चूडियां, झूले का सामान, मिठाई व वस्त्र देने की परंपरा रही है. अब इन सभी प्रकार के सामान में 20 से 30 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई है, जिसका प्रभाव त्योहारों में पड़ा है.
भिवानी के दुकानदारों ने बताया कि पहले तीज के त्योहार के मौके पर बड़ी संख्या में झूले लगते थे, मिठाईयां बंटती थी, सिवाले-गुलगुले जैसे घरेलू पकवान तैयार होते थे, उनका स्थान अब रेडीमेड सामान व तैयार मिठाईयों ने ले लिया है. बाजार से मिलने वाला रेडीमेड सामान व मिठाईयों के दाम 20 से 30 प्रतिशत बढ़ने के कारण इनकी खरीद में कमी आई है. उन्होंने यह भी बताया कि त्योहारों में भीड़ में कमी आने के पीछे महंगाई मुख्य कारण है.