शौर्यगाथा : फिरोजशाह कोटला किले में बैठक से लेकर बम फेंकने तक की कहानी...
चौदहवीं शताब्दी में तुगलक वंश के शासक फिरोजशाह तुगलक ने फिरोजशाह कोटला किले का निर्माण कराया था. वर्तमान समय में यह किला भारत में तुगलक वंश के शासन का प्रतीक है, लेकिन इसकी ऐतिहासिक महत्ता भारत की आजादी की लड़ाई से भी जुड़ती है. इसी किले में क्रांतिकारियों की वो महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसकी परिणति अंग्रेजी शासन के खिलाफ कई महत्वपूर्ण घटनाओं के रूप में दिखी.
Last Updated : Apr 2, 2021, 3:45 PM IST