मैंने संस्कृत में भी पढ़ाई की है, लेकिन मैं हिंदी में बात कर सकती हूं- लिथुआनियाई राजदूत
नई दिल्ली: भारत में लिथुआनिया की राजदूत डायना मिकेविसीन ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा है कि उन्होंने कई साल पहले यूनिवर्सिटी में संस्कृत पढ़ी है, हां ये अलग बात है कि वह संस्कृत में बात नहीं कर पाएंगी, लेकिन वह हिंदी में बात कर सकती हैं. उन्होंने संस्कृत और लिथुआनियाई के बीच भाषाई समानता को दर्शाने वाली एक अनूठी पहल शुरू की है. यह पहल हमारी दोस्ती का प्रतीक है.
इससे पहले यूक्रेन युद्ध के समय भी भारत में लिथुआनियाई राजदूत डायना मिकेविसीन ने कहा था कि उनका देश यूक्रेन के साथ मजबूती से खड़ा है. एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए मिकेविसीन ने कहा था कि उनकी मातृभूमि के लोग यूक्रेनियन लोगों को कठोर सर्दी से बचाने में मदद करने के लिए लाखों यूरो जुटा रहे हैं. हम लिथुआनियाई सरकार हैं, लिथुआनियाई लोग दृढ़ता से इस प्रयास के पीछे खड़े हैं और हम सरकार की जितनी मदद कर सकते हैं, कर रहे हैं.