प्लास्टिक को राख में बदलकर पर्यावरण को साफ कर रही हैं नासिरा अख्तर
कहते हैं जहां चाह होती है, वहीं से आपको राह मिलनी शुरू हो जाती है. अगर कोई व्यक्ति हिम्मत करे, तो क्या नहीं हो सकता. इसके विपरीत हिम्मत ही न करे, तो क्या हो सकता है. ऐसी ही हिम्मत कर पर्यावरण को प्लास्टिक मुक्त करने का बीड़ा उठाया है 48 वर्षीय नासिरा अख्तर ने. पॉलीथीन को नष्ट करने के लिए नासिरा ने बहुत पहले काम शुरू कर दिया था, लेकिन उनके काम की सराहना की गई, जब उन्हें इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, कॉलम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और हाल ही में एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से सम्मानित किया गया.