Geeta Saar : कर्मफल की इच्छा किए बिना सत्कर्म करने वाला मनुष्य ही योगी
जो सत्कर्म नहीं करता, वह संत कहलाने योग्य नहीं है. भगवान में श्रद्धा रखने वाले मनुष्य, अपनी इंद्रियों को वश में करके ज्ञान प्राप्त कर लेते हैं और ज्ञान प्राप्त करने वाले ऐसे पुरुष ही परम शांति प्राप्त करते हैं. जब तुम्हारी बुद्धि मोहरूपी दलदल को तर जाएगी, उसी समय तुम सुने हुए और सुनने में आने वाले भोगों से वैराग्य को प्राप्त हो जाओगे. जो मनुष्य बिना कर्मफल की इच्छा किए हुए सत्कर्म करता है, वही मनुष्य योगी है. समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी किसी को कुछ नही मिलता है. Geeta Saar. Todays Motivational Quotes.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:34 PM IST