Theyyam Performance: ढाई साल के मिहान ने बजाया ढोलक, सबने कहा- बहुत खूब - थेय्यम में ढाई साल के बच्चे का कमाल
कोझिकोड: कोझिकोड अन्नसेरी मनथनाथ नागकाली मंदिर का उत्सव का 14 मार्च को मनाया जाता है. थेय्यम उत्तरी केरल में प्रचलित एक अनुष्ठानिक नृत्य है, जो कर्नाटक के भी कुछ हिस्सों में होती है. मंदिर में हो रहे उत्सव का मुख्य आकर्षण था ढाई साल का बच्चा जिसे देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई. ढाई साल का मिहान चेंडा मतलब ढोल कलाकारों की नकल करते हुए खुद भी एक छोटा सा ढोल बजा रहा था. वह इसे बहुत उत्साह और खुशी के साथ कर रहा था. फिर थेय्यम कलाकारों में से एक मिहान को चेंडा कलाकारों के समूह में ले जाता है और जब मिहान ढोलक बजाना शुरु करता है तो हर तरफ के लोग उसे ही देख रहे थे. फिर थेय्यम कलाकार उसे प्रदर्शन क्षेत्र के बीच में ले गए और ढाई साल के बच्चे की लय और गति के अनुसार उसके चारों ओर थेय्यम बजाया. मिहान ने भी पूरे उत्साह और जोश के साथ ढोल बजाया. बच्चे के प्रदर्शन से असली ढोल कलाकार भी चकित थे. मिहान कोझिकोड के पुथ्यंगडी के मूल निवासी प्रबील और अनुशा के पुत्र हैं. पहली बार मिहान अपने चाचा के साथ एक मंदिर उत्सव में गया था, जहां उसने उसके लिए एक छोटा ड्रम खरीदने को कहा लेकिन उसने तोड़ दिया. जब उसके चाचा ने उसे दूसरी बार ड्रम खरीदा, तब जाकर उसे उससे लगाव हो गया. इसके बाद कोई भी त्योहार हो, वह हमेशा चेंडा यानी ढोलक खरीदने को कहता था. यह बच्चा फिल्म कांतारा का बहुत बड़ा प्रशंसक है. फिल्म कांतारा में थेय्यम मिहान के देवता हैं. वह इसमें थेय्यम चरित्र की तरह शोर मचाने की भी कोशिश करता है. मिहान का परिवार भविष्य में उसे चेंडा और अन्य संगीत वाद्ययंत्रों में और अधिक विशेषज्ञता देना चाहता है.