आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से कोविड-19 रोगियों के लिए एक्स-रे एक अग्रणी नैदानिक उपकरण हो सकता है। शोधकर्ताओं के एक दल ने यह दावा किया है। आईईई/सीएए जर्नल ऑफ ऑटोमैटिका सिनिका में प्रकाशित निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि शोध टीम ने कोविड-19 का पता लगाने के लिए कई अलग-अलग मशीन लर्निंग (एमएल) विधियों का इस्तेमाल किया, जिनमें से दो का परिणाम क्रमश: 95.6 प्रतिशत और 98.5 प्रतिशत रेटिंग के साथ सामने आया है।
यूनिवर्सिडेड डे फोटार्लेजा के शोधकर्ता विक्टर हूगो ने एक बयान में कहा, "हमने जांच करने का फैसला किया है कि क्या कोविड-19 संक्रमण का एक्स-रे इमेज का उपयोग करके स्वचालित रूप से पता लगाया जा सकता है।"
इसकी बड़ी खासियत यह है कि स्वाब या लार से जुड़े नैदानिक परीक्षणों में जो समय लगता है, उसकी तुलना में अधिकांश एक्स-रे इमेज मिनटों के भीतर उपलब्ध हो जाती हैं।
हालांकि, शोधकर्ताओं ने कोविड-19 रोगियों के फेफड़ों को स्वचालित रूप से पहचानने के लिए अपने एआई मॉडल के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध छाती के एक्स-रे की कमी को भी माना है।
उनके पास सिर्फ 194 कोविड-19 एक्स-रे और 194 सही तरीके से काम कर रहे एक्स-रे थे।