कोविड -19 महामारी का असर भले ही अब कम हो गया हो, और लोगो की जिंदगी वापस पटरी पर आने लगी हो , लेकिन अभी भी मजबूरी में कहे या जरूरत, हर उम्र के लोगों का ज्यादातर समय कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप और टीवी के समक्ष ही बीतता है. यही कारण है लोगों ड्राई आई या नजर में कमजोरी के साथ आँखों के आसपास काले घेरों की समस्या में भी वृद्धि हुई है .
लगातार काम के चलते आँखों के आसपास बने इन काले घेरों या डार्क पिग्मेंटेशन के चलते लोग थके हुए , आंखे सूजी हुई और व्यक्ति बीमार या नींद से वंचित लगता हैं. जो देखने में काफी अनाकर्षक लगता है. अब स्कूल, पढ़ाई और ऑनलाइन दफ्तर के चलते स्क्रीन टाइम को अपनी इच्छानुसार कम या ज्यादा करना तो हर किसी के लिये संभव नही है , लेकिन आँखों की थोड़ी सी देखभाल से काले घेरों में जरूर कमी लाई जा सकती है.
क्यों होते हैं डार्क सर्कल
गौरतलब है कि आँखों के आसपास डार्क सर्कल, ज्यादातर हमारी आंख के चारों ओर एक गोलाकार मांसपेशी, ऑर्बिक्युलिस ओकुली के नीचे गहरे मैरून रंग के प्रतिबिंब बनने यानी पिग्मेंटेशन होने के कारण बनते हैं. दरअसल आंख के आसपास की त्वचा काफी पतली होती है, जिसके चलते ऑर्बिक्युलिस ओकुली में पिग्मेंटेशनऊपरी त्वचा पर भी नजर आने लगता है. इसके अतििरक्त मोबाइल या लैपटॉप की स्क्रीन से निकलने वाला प्रकाश भी आँखों के आसपास की त्वचा की नमी को प्रभावित करता है, जिससे आंखे सूजी हुई, सुखी, तथा गहरे रंग की लगने लगती हैं. अपने विशेषज्ञों की सलाह पर हम आपके साथ साँझा कर रहें है कुछ ऐसे टिप्स जिनसे आँखों के आसपास डार्क सर्कल्स कम किए जा सकते हैं.
इंदौर की सौन्दर्य व मेकअप विशेषज्ञ सविता शर्मा बताती हैं कि कोरोना के दौरान से लेकर अब तक उनके पास ऐसी बहुत सी महिलाओं के फोन कॉल आएं हैं, या फिर वे स्वयं उनके सैलून आयी हैं जो इस समस्या को झेल रहीं हैं। चूंकि अब दफ्तर खुलने लगे हैं ऐसे में आँखों के आसपास काले घेरे उनकी शख्सियत तथा आत्मविश्वास को प्रभावित कर रहें हैं . सभी का सवाल यह ही होता है कि प्राकृतिक तौर पर बिना मेकअप के काले घेरों से छुटकारा कैसे पाया जाय.