आलू को सब्जियों का राजा कहा जाता है. भिन्न-भिन्न प्रकार से बनने वाला आलू जितना खाने में स्वादिष्ट होता है, उतना ही पौष्टिक भी होता है. लेकिन सिर्फ आलू ही नहीं, बल्कि उसके छिलके भी स्वास्थ्य और सौन्दर्य के लिए काफी फायदेमंद होते है. ETV भारत सुखीभवा आपके साथ सांझा कर रहा है आलू के छिलकों के सेहत और सौन्दर्य के लिए फायदे. लेकिन उससे पहले यह जानना जरूरी है की आलू में कौन-कौन से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं.
आलू के पौष्टिक तत्व
आलू में स्टार्च तथा प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. प्रोटीन के अलावा आलू में विटामिन-सी, विटामिन-डी, फाइबर, पौटेशियम और विटामिन बी6 भी भरपूर मात्रा में पाए जाते है. यह हमारे शरीर में खून बढ़ाता है, त्वचा की रंगत सुधारता है, तथा बालों और हड्डियों को मजबूती देता है. जानकार बताते है की आलू के पौष्टिक तत्वों का पूरा लाभ लेने के लिए उसे हमेशा छिलके के साथ ही पकाना चाहिए, क्योंकि छिलके के बिल्कुल नीचे प्रोटीन तथा खनिज भरपूर मात्रा में पाए जाते है.
आलू के छिलकों के फायदे
- खून की कमी को दूर करता है
आलू के छिलकों में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसलिए इनका उपयोग शरीर में खून की कमी को दूर करने में मददगार होता हैं. वहीं आलू के छिलके में विटामिन- बी3 तथा नैसीन भी पाया जाता है, जो हमारे शरीर को ताकत तथा एनर्जी देने का काम करता है.
- हड्डियों को मजबूती देता है
आलू के छिलकों में विटामिन कॉप्लेक्स और कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है, इसलिए यह हमारी हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर करता है. कैल्शियम से जहां हड्डियों को मजबूती मिलती है, तो वहीं विटामिन- बी से शरीर को एनर्जी तथा ताकत मिलती है.
- ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करता है
ब्लड शुगर कंट्रोल करता है
चिकित्सक तथा जानकार मधुमेह के मरीजों को आलू खाने के लिए मना करते है, क्योंकि आलू के सेवन से उसमें पाया जाने वाला कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट शर्करा में विघटित हो जाता है, जिससे ब्लड ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है. लेकिन यदि छिलका के साथ आलू का सेवन किया जाय तो शरीर को एक्स्ट्रा फाइबर मिलता है जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
- कब्ज की दिक्कत दूर करता है
कब्ज की दिक्कत दूर करता है
आलू के छिलके में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने के साथ ही कब्ज तथा पाचन संबंधी कई समस्याओं में राहत दिलाता है. इसके अलावा रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी आलू के छिलके मदद करते हैं. आलू में पोटेशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, और पोटेशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
आंखों के नीचे के काले घेरे हर उम्र के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनते है. इस समस्या के समाधान के लिए आलू के छिलके को पीसकर उसका रस निकाल कर, उसे काले घेरों पर लगाने से काफी फायदा पहुंचता है. साथ ही यह रस बगलों की त्वचा के कालेपन को दूर करने में भी मदद करता है. आंखों पर इस रस से भीगी रुई के फाहे यानि कॉटन पैड रखने से थकी हुई आंखों को आराम मिलता है. इसके अलावा इस रस से चेहरे की मालिश करने से रंगत में भी निखार आता है.
- बालों के सफेद होने की रफ्तार कम करता है
उम्र से पहले बालों का सफेद होना एक बड़ी समस्या है. लेकिन पानी में आलू के छिलकों को इतना उबाले की पानी एक चौथाई रह जाए तथा उस बचे हुए पानी को बालों की जड़ों में लगाने से इस समस्या में आराम मिल सकता है.