वजन कम करने को इच्छुक लोग आमतौर पर ऐसे भोजन और विशेष डाइट का पालन करते हैं जो वजन कम करने में उनकी मदद कर सकते हैं, लेकिन वजन कम करने के साथ ही इस बात पर भी ध्यान देना जरूरी है कि जो आहार हम ग्रहण कर रहे हैं वह क्या पौष्टिक और हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं?
नाचनी या रागी यूं तो हमेशा से पोषण से भरपूर अनाज की श्रेणी में माना जाता रहा है, लेकिन इसके फायदों की जानकारी के अभाव में आमजन इसका इस्तेमाल कफी कम करते हैं. जब से रागी ट्रेंडी डाइट में शुमार हुआ है लोगों की इसमें काफी लोकप्रियता बढ़ने लगी है. आइए जानते हैं कि रागी किस तरह से वजन कम करने में तथा स्वास्थ्य को बेहतर करने में मददगार साबित हो सकता है.
क्या है नाचनी या रागी
रागी या नाचनी एक फाइबर युक्त भारतीय अनाज है, जोचावल, गेहूं या जौ जैसे अन्य रोजाना खाए जाने वाले भोजन के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इसमें अमीनो एसिड जैसे आइसोल्यूसीन, ट्रिप्टोफैन, वेलिन, मेथियोनीन और थ्रेओनीन जैसे तत्व मौजूद हैं. रागी को वीगन आहार का भी हिस्सा माना जाता है. ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील लोगों के लिए भी रागी फायदेमंद होता है क्योंकि यह कार्बनिक रूप से ग्लूटेन फ्री होता है. इसलिए इसे गेहूं का एक अच्छा विकल्प भी माना जाता है.
सुबह के नाश्ते के लिए आदर्श है रागी
रागी में विटामिन सी, विटामिन ई, बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन, आयरन,कैल्शियम, एंटीऑक्सीडेंट, प्रोटीन, फाइबर, पर्याप्त कैलोरी और गुड फैट जैसेप्रमुख पोषक तत्व पाए जाते हैं. पोषण विशेषज्ञ दिव्या शर्मा बताती हैं कि सुबह के पहले आहार यानी नाश्ते के रूप में रागी-आधारित खाद्य पदार्थ जैसे रागी उपमा, इडली या रागी से बने रोटी या पराठे खाये जाएं तो यह शरीर को पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखता है. रागी डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है और चूंकि डाइटरी फाइबर जल्दी हजम नहीं होते हैं इसलिए नाश्ते में रागी से बने पदार्थों का सेवन करने पर हमारा पेट काफी समय तक भरा रहता है, जिस वजह से हमें लंबे समय तक भूख नहीं लगती और इससे वजन भी कम होता है.
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि रात में रागी खाना ठीक नहीं है खासकर उन लोगों के लिए जिनका पाचन कमजोर है, क्योंकि इसे पचने में समय लगता है.
कैसे करें सेवन
रागी को आमतौर पर पीसकर या अंकुरित अवस्था में खाया जाता है. शुद्ध रागी के आटे की रोटी बनना मुश्किल होता है इसलिए इसे गेंहू के आटे के साथ मिलाया जा सकता है. इसके अलावा इससे इडली और उपमा भी बनाई जा सकती है. चूंकि अनाज के रूप में रागी के दाने बहुत ही छोटे होते हैं, इसलिए इन्हे पॉलिश या प्रोसेस करना मुश्किल होता है, जिसके चलते इसमें मिलावट की संभावना भी कम रहती है.
सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है रागी
- रागी में अलग-अलग प्रकार के अमीनो एसिड पाए जाते हैं जो आपकी त्वचा, दांतों-मसूड़ों और बालों को स्वस्थ रखने में सक्षम होते हैं.
- रागी में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सिडेंट भी पाए जाते हैं जो तनाव को घटाने में सहायक होते है. इसके अलावा एंग्जायटी, डिप्रेशन और अनिद्रा से निपटने में भी रागी का नियमित सेवन बहुत फायदेमंद होता है.
- रागी कैल्शियम का प्राकृतिक स्रोत है. इसके नियमित सेवन बढ़ते बच्चों की हड्डियां मजबूत होती हैं. इसके साथ ही वृद्धों में बोन डेन्सिटी भी बेहतर होती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिसके लक्षणों को कम करने में सहायता मिलती है.
- समृद्ध फाइबर के कारण रागी वजन घटाने में, मधुमेह और मोटापे जैसी समस्याओं में लाभकारी माना जाता है.
- रागी में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसलिए यह रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने का काम करता है.
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