हाल में अमेरिका में भी कोरोना वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो चुका है. यह महामारी में फंसे अमेरिकी लोगों के लिए अच्छी खबर है, लेकिन अब तक वैक्सीन लगाने का काम अनुमान से धीमा रहा और इसमें गड़बड़ी की स्थिति सामने आई है. हम यहां कुछ उदाहरण दे रहे हैं. अमेरिका के कुछ क्षेत्रों में लोग पंजीकरण करवा कर वैक्सीन लगा सकते हैं. लेकिन लोगों की संख्या ज्यादा होने के कारण बुकिंग वाली वेबसाइट क्रैश हो गयी और बुकिंग लाइन नहीं जोड़ी जा सकी है. कुछ क्षेत्रों में 'पहले आएं पहले पाएं' के नियम से टीका लगाया जाता है, इसलिए बुजुर्गों समेत सभी लोगों को पूरी रात लाइन में इंतजार करना पड़ता है.
आम लोगों को टीका नहीं मिल पा रहा है, पर कुछ विशेष अधिकार वाले लोग टीका लगा चुके हैं. अमेरिका के कई सांसदों ने पहले ही टीके लगाने के फोटो जारी किए. आयोवा की रिपब्लिक सीनेटर जोनी अर्नस्ट ने पिछले 20 दिसंबर को घोषणा की कि उन्होंने कोरोना वैक्सीन लगायी है, तो क्या चिकित्सक, फायरमैन, पुलिसकर्मी और अध्यापक जैसे कर्मियों के लिए सांसदों को टीका लगाने में प्राथमिकता देनी चाहिए? क्या यह निष्पक्ष है?
सांसदों के अलावा, अमीर लोगों को भी पहले वैक्सीन लगाने का मौका मिला. वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार कैलिफोर्निया के अस्पतालों को काफी ज्यादा अमीर लोगों के टीका लगाने के अनुरोध मिले हैं. वहीं यूसीएलए मेडिकल सेंटर ने चिकित्सा सेवा कार्ड की बिक्री शुरू की. उन्होंने कहा कि जिन ग्राहकों ने कार्ड खरीदे हैं, उन्हें सबसे पहले टीके मिलेंगे.