अर्जुन की छाल को कई प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद माना जाता है।आयुर्वेद के जानकार बताते हैं की इसमें मौजूद औषधीय गुण वजन कम करने, त्वचा को खूबसूरत बनाने और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या को नियंत्रित रखने के साथ ही ह्रदय रोग और कैंसर जैसे रोग में भी मददगार साबित होते हैं। अर्जुन की छाल के फ़ायदों को लेकर etv भारत सुखीभव ने हैदराबाद के आयुर्वेदिक तथा अपने विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ पी.वी रंगनायकूलु से बात की ।
डॉ पी.वी रंगनायकूलु बताते है की अर्जुन की छाल से हृदय रोग, क्षय, पित्त, कफ, सर्दी, खांसी, अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल और मोटापे जैसी बीमारी को दूर करने में मदद मिलती है। गौरतलब है की अर्जुन का पेड़ भारत में हिमालय की तराई, उत्तरप्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में ज्यादा पाया जाता है तथा इसमें बीटा-सिटोस्टिरोल, इलेजिक एसिड, ट्राईहाइड्रोक्सी ट्राईटरपीन, मोनो कार्बोक्सिलिक एसिड, अर्जुनिक एसिड पाया जाता है।
अर्जुन की छाल के सेवन से होने वाले फायदे इस प्रकार हैं।
ह्रदय रोगियों के लिए रामबाण औषधि
डॉ पी.वी रंगनायकूलु बताते है की अर्जुन की छाल दिल के रोगियों के लिए काफी लाभकारी होती है। इसके नियमित सेवन से धमनियों में जमने वाले कोलेस्ट्रॉल और ट्रायग्लूसराइड कम होता है। जिससे दिल को रक्त पहुंचाने वाली धमनियां सुचारू काम करने लगती हैं और ह्रदय रोग से बचाव होता है।
कैंसर को बढ़ने से रोकती है अर्जुन की छाल
इस संबंध केन्द्रीय औषधि एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप ) लखनऊ में हुए एक शोध में सामने आया है की अर्जुन के पेड़ की चल में एक ऐसा कंपाउंड मिलता है जो कैंसर की कोशिका को नष्ट करने की क्षमता रखता है। जिसका नाम अर्जुनीक एसिड रखा गया है। यह ओरल और ओवरी के कैंसर में फायदा पहुंचता है। वहीं इस संबंध में हुए कुछ अन्य शोधों के नतीजों के अनुसारअर्जुन के पेड़ में कसुआरिनिन नाम का रासायनिक घटक भी पाया जाता है। इसके कारण शरीर में कैंसर की कोशिकाएं फैल नहीं पाती है। विशेषकर स्तर कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में अर्जुन की छाल बड़े काम की है।
मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद
मधुमेह को नियंत्रित करने में भी अर्जुन की छाल काफी मददगार होती है। इसके नियमित सेवन से रक्त में शर्करा नियंत्रित होती है।