दक्षिणी दिल्ली से 9 साल से फरार चल रहा पीओ गिरफ्तार नई दिल्लीः दक्षिणी दिल्ली जिला के स्पेशल स्टाफ की टीम ने क्षेत्र में गश्त के दौरान एक गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए पिछले 9 साल से फरार चल रहे अदालत द्वारा घोषित भगोड़े को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान पर्यावरण कंपलेक्स इग्नू रोड छतरपुर नई दिल्ली निवासी दमन थापा के रूप में की गई है.
दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया की विशेष रूप से माननीय अदालत के द्वारा घोषित अपराधियों को पकड़ने का काम स्पेशल स्टाफ की टीम को सौंपा गया था. स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर अतुल त्यागी की देखरेख में टीम का गठन किया गया, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल रोशन और यशपाल को शामिल किया गया. टीम के द्वारा छानबीन की जा रही थी और ऐसे अपराधियों पर नजर रखी जा रही थी. इसी बीच हेड कांस्टेबल रोशन को एक घोषित अपराधी के बारे में गुप्त जानकारी हासिल हुई.
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मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय क्षेत्र की जांच की गई और एक छापा मारा गया. इसके बाद अदालत द्वारा घोषित अपराधी दमर थापा को चिराग दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि उसने अपना घर छोड़ दिया था और तब से वह अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था और वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए पिछले 9 साल से फरार है. उसने बताया कि साकेत न्यायालय द्वारा उसे एक मामले में अपराधी घोषित किया गया था. फिलहाल इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे अदालत के सामने पेश किया जाएगा.
दक्षिण पश्चिम जिले से एक स्नैचर को गिरफ्तार
दक्षिण पश्चिम जिले के एंटी स्नैचिंग सेल की टीम ने इलाके में गश्त के दौरान एक स्नैचर को गिरफ्तार किया है. हालांकि उसका सहयोगी साथी भागने में सफल रहा. गिरफ्तार आरोपित व्यक्ति के कब्जे से पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. आरोपित व्यक्ति की पहचान मिथुन निवासी सुलतानपुरी नई दिल्ली के रूप में की गई है. गिरफ्तार आरोपी थाना मंगल पुरी का एक सक्रिय बीसी है स्नैचिंग, चोरी जैसे उसके ऊपर 40 अपराधिक मामले भी दर्ज बताई जा रहे हैं. दक्षिण पश्चिम जिले के डीसीपी मनोज सी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण पश्चिम जिले के अधिकार क्षेत्र में झपटमारी की बढ़ती घटनाओं को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश का पालन करते हुए एसीपी ऑपरेशन देवेंद्र कुमार सिंह ने एंटी स्नैचिग सेल इंस्पेक्टर मुकेश कुमार की देखरेख में एक टीम का गठन किया. टीम को विशेष रूप से स्नैचिंग मामलों को समझाने का काम सौंपा गया. टीम ने लगातार इस पर काम किया टीम ने आरके पुरम क्षेत्र और उसके आसपास इलाकों में छानबीन की और पेट्रोलिंग तेज कर दी गई.
स्ट्रीट क्राइम की रोकथाम के लिए एंटी स्नैचिंग सेल की टीम आरके पुरम में गश्त कर रही थी. इसी बीच उन्होंने एक स्कूटी पर दो संदिग्ध लड़के देखें. उनकी स्कूटी की नंबर प्लेट पर मिट्टी लगी हुई थी. टीम ने उनकी स्कूटी रोकी तो वे स्कूटी लेकर भागने लगे हेड कांस्टेबल नरेंद्र ने उनका पीछा किया और एक को पकड़ लिया और दूसरा साथी स्कूटी लेकर भाग गया. गिरफ्तार आरोपी की पहचान मिथुन के रूप में हुई. आरोपी की तलाशी लेने पर दो मोबाइल फोन बरामद हुए. उसकी निशानदेही पर तीन और मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके सहयोगी को भी पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. जांच में सामने आया है कि आरोपी मिथुन मंगोलपुरी थाने का बीसी है. स्नैचिंग चोरी के उसके ऊपर 40 आपराधिक मामले दर्ज बताए जा रहे हैं.
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