नई दिल्ली:लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल की कीमतों की वजह से, इसका सीधा असर मध्यवर्गीय परिवार (middle class family) पर पड़ रहा है. पेट्रोल-डीजल की कीमतों के बढ़ने से रोजमर्रा के जरूरत की चीजें महंगी होती जा रही हैं. इसका असर लोगों के घरेलू बजट पर भी पड़ रहा है.
तस्वीरें पीरागढ़ी पेट्रोल पंप (Peeragarhi Petrol Pump)की हैं, जहां पेट्रोल- डीजल लेने आए लोगों ने बताया कि इनकी कीमतें बढ़ने से इसका असर लोगों की जेब पर पड़ रहा है. जरूरत की चीजों से लेकर आने- जाने का किराया सब कुछ सीधे तौर पर पेट्रोल- डीजल की कीमतों से प्रभावित होता है.
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से दिल्ली की जनता परेशान लोगों का कहना है कि जहां पहले 1 लीटर पेट्रोल में इनका काम हो जाता था वहीं अब उसी के लिए 200 से 250 रुपये खर्च करने पड़ते हैं. मध्यवर्गीय परिवार के बजट (middle class family budget) पर इस वजह से खासा असर पड़ रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि जब किसी चीज के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ जाए तो उसकी भरपाई दूसरे खर्चों में कटौती कर के करनी पड़ती है.
ये भी पढ़ें-प्रियंका बोलीं, जेब काट रही मोदी सरकार, राहुल का कटाक्ष- पेट्रोल-डीजल के दाम ना बढ़ें तो... खबर
लगातार बढ़ रही पेट्रोल- डीजल कीमत (petrol-diesel price) से महंगाई (Inflation) भी बढ़ रही है.यह आम आदमी को आज की तारीख में सिर्फ रोटी- दाल के लिए सोचने को मजबूर कर रही है, क्योंकि जब आपका बजट(Budget) गड़बड़ाता है तो आप सिर्फ जरूरी चीजों के लिए सोचने को मजबूर हो जाते हैं.
ये भी पढ़ें-Fuel Price Update: आज पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर, CNG भी 43.04 रुपये पर बरकरार
महामारी के इस मुश्किल वक्त में लोग बेरोजगारी और बेकारी की मार झेल रहे हैं. ऐसे वक्त में पेट्रोल डीजल petrol-diesel ) के महंगा होने की वजह से चीजों की कीमतों पर काफी असर पड़ रहा है जिसकी मार आम जनता झेलने को मजबूर है. सरकार (Government) को इनकी कीमतों को नियंत्रण (price control) में लाना चाहिए जिससे लोगों को इस बढ़ती महंगाई से राहत मिल सके.
ये भी पढ़ें-पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से लोग परेशान, जेब पर पड़ रहा है अतिरिक्त भार