दिव्य दरबार में मची भगदड़ नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:ग्रेटर नोएडा में बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा कथा का आयोजन किया जा रहा है. उनके द्वारा बुधवार को दिव्य दरबार लगाया गया, जहां पर भीड़ ज्यादा होने से भगदड़ मच गई. वहीं, गर्मी और उमस होने से कई लोग बेहोश हो गए. इसके चलते 10 लोगों के घायल होने की सूचना है. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दरअसल, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा दिव्य दरबार लगाया गया. लोगों ने बताया कि वीआईपी पास से पीछे छोटे गेट से एंट्री कराई जा रही थी. वहां पर बिजली के तार होने से एक महिला को करंट लग गया. वहीं गर्मी ज्यादा होने से पंडाल में कई महिलाएं बेहोश हो गई, जिसके बाद वहां पर भगदड़ मच गई. हालांकि पुलिस ने मौके पर स्थिति को संभालते हुए हालात पर काबू पा लिया.
अनुमान से अधिक श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचे: दिव्य दरबार में कई लाख अनुमान से अधिक श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचे. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एक झलक पाने के लिए कार्यक्रम स्थल पर लोग बेताब दिखें. स्थिति को देखते हुए पुलिस ने श्रद्धालुओं से दिव्य दरबार के समाप्त होने की बात कही और लोगों से वापस घर लौट जाने का अनुरोध किया. साथ ही लोगों से कहा गया कि वह घरों से ही प्रवचन सुने टीवी पर उनका कार्यक्रम का प्रसारण किया जा रहा है.
जिम्स में चल रहा इलाज:दिव्य दरबार में घायल हुए लोगों को राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान जिम्स के इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका इलाज चल रहा है. अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि 3 महिलाओं और एक पुरुष को यहां पर भर्ती किया गया था, जिसमें से एक महिला को इलाज के बाद वापस भेज दिया गया है. भीड़ में घुटन की वजह से चारों लोगों को परेशानी हुई थी. अस्पताल में भर्ती तीनों मरीजों का इलाज चल रहा है, उन्हें भी जल्द छुट्टी दे दी जाएगी.
दिव्य दरबार में कोई भगदड़ नहीं:आयोजकों ने बताया कि बाबा के दिव्य दरबार में कोई भगदड़ नहीं मची है. कुछ वीडियो को गलत तरीके से पेश किया गया है. दिव्य दरबार होने के कारण यहां पर भीड़ ज्यादा आ गई थी, लेकिन प्रबंधक समिति और प्रशासन द्वारा थोड़ी दिक्कत के बाद सब ठीक-ठाक कर लिया गया. ग्रेटर नोएडा में जैतपुर गांव के पास 10 जुलाई से बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन 16 जुलाई तक किया जाएगा.