नई दिल्ली:तुगलकाबाद में स्थित संत गुरु रविदास जी के मंदिर को तोड़े जाने का विरोध लगातार हो रहा है. दरअसल बीते 10 अगस्त को अदालत के आदेश पर डीडीए के द्वारा संत गुरु रविदास जी के मंदिर को तोड़ दिया गया था. उसके बाद से इसको लेकर राजनीति गर्म है और कई राजनीतिक दलों के नेता मंदिर तोड़े जाने पर विरोध जता चुके हैं.
संत रविदास मंदिर तोड़े जाने का विरोध प्रदेश जारी विरोध प्रदर्शन में कई राजनीतिक पार्टियां
इस प्रदर्शन में दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी सहित कई राजनीतिक पार्टियां शामिल है और इसी कड़ी में आज तुगलकाबाद में कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा और कांग्रेस नेता सांसद पीएल पुनिया तुगलकाबाद पहुंचे और संत रविदास के मंदिर को तोड़े जाने का विरोध किया.
भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
बता दें कि मंदिर के तोड़े जाने के बाद से ही इसका देश के कई हिस्सों में विरोध हो रहा है. बताया जा रहा है कि इससे एक जाति विशेष के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा है. हालांकि कांग्रेस नेताओं के विरोध को देखते हुए प्रशासन के द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था और पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. कांग्रेस नेताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशासन ने उस जगह तक पहुंचने नहीं दिया, जहां मंदिर तोड़ा गया था.