नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी हमेशा से पूर्वांचलियों का अपमान करती आई है. आस्था का महापर्व छठ के नाम पर जिस तरह आम आदमी पार्टी के विधायक दक्षिणी दिल्ली में माहौल खराब करना है कि कोशिश कर रहे हैं यह गलत है.
'आस्था के साथ खिलवाड़'
नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी हमेशा से पूर्वांचलियों का अपमान करती आई है. आस्था का महापर्व छठ के नाम पर जिस तरह आम आदमी पार्टी के विधायक दक्षिणी दिल्ली में माहौल खराब करना है कि कोशिश कर रहे हैं यह गलत है.
'आस्था के साथ खिलवाड़'
नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने कालकाजी के डीडीए फ्लैट्स जे ब्लॉक पार्क में छठ घाट बनाने को लेकर विवाद पर कहा कि आम आदमी पार्टी आम लोगों के धर्म और आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है. स्थानीय लोगों की उस पार्क में छठ घाट बनाने की कोई मांग नहीं है. आम आदमी पार्टी के विधायक हंगामा खड़ा करने के लिए उस पार्क में घाट बनाने की बात कर रहे हैं और अपने समर्थन में पार्टी के सांसद संजय सिंह व अन्य विधायकों को भी वहां बुलाकर धरने पर बैठे गए हैं.
'स्थानीय कर रहे हैं विरोध'
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जे ब्लॉक के जिस पार्क में छठ घाट बनाने की बात आम आदमी पार्टी के विधायक कर रहे हैं, वहां आज तक कभी छठ नहीं मनाया गया था. यह पार्क पहले डीडीए के पास थी. डीडीए ने उसे एमसीडी को हैंड ओवर कर दिया. एमसीडी ने उस पार्क को ऑर्नामेंटल पार्क के रूप में तैयार किया है. सजाया संवारा है. स्थानीय लोग नहीं चाहते कि इस पार्क में कोई खुदाई हो, घाट बने क्योंकि छठ मनाने के लिए 100 कदम की दूरी पर एक अन्य पार्क है. जिसमें घाट भी बने हुए हैं वहां पर लोग छठ मनाने जा सकते हैं. इसीलिए भाजपा के पार्षद स्थानीय लोगों का समर्थन करते हुए जे ब्लॉक पार्क में घाट बनवाने का विरोध कर रहे हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी गंदी राजनीति करते हुए वहां छट घाट बनाने के लिए जबरदस्ती कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि छठ का त्योहार है और दिल्ली का माहौल आम आदमी पार्टी के विधायक खराब करना चाहते हैं. छठ का त्यौहार पूर्वांचली आपसी समन्वय से स्थानीय लोगों के साथ मिलकर मनाते आए हैं. दिल्ली में प्रशासन ने पूरी सुरक्षा और एमसीडी ने सफाई के साथ 1000 से अधिक छठ घाट बनाए हैं. क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज तक एक भी स्थाई छठ घाट नहीं बना पाई है. केजरीवाल सरकार का छठ जैसे पवित्र त्यौहार का राजनीतिकरण करना उनकी पूर्वांचलियों के प्रति नफरत को दर्शाता है.