नई दिल्ली:जैतपुर कालिंदी कुंज को जोड़ने वाली पुस्ता रोड के किनारे नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) की खाली पड़ी जमीन और यमुना डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण का सिलसिला जोरों पर है. यहां धड़ल्ले से प्लॉटिंग कर मकान बनाए जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि इन क्षेत्रों में 10-20 हजार रुपये प्रति गज जमीन खुलेआम बेची जाते है. लोग जमीन खरीदने के बाद कुछ पैसे खर्च कर मकान भी बना लेते हैं.
यमुना डूब क्षेत्र और एनटीपीसी की खाली जमीन में अवैध प्लॉटिंग अवैध निर्माण से खुल रही पोल
हर साल मानसून आते ही यमुना डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों के मकानों पर बाढ़ का खतरा बना रहता है. मानसून में यमुना का जलस्तर बढ़ते ही क्षेत्रों में बाढ़ आने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में इन क्षेत्रों में हो रहे अवैध निर्माण कार्य पुलिस व स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल रहे हैं.
प्लॉटिंग और कंस्ट्रक्शन वर्क पर रोक
जानकारी के अनुसार यमुना डूब क्षेत्र में किसी भी प्रकार का प्लॉटिंग और कंस्ट्रक्शन वर्क प्रतिबंधित है. क्षेत्रों में किसी को मकान बनाकर रहने की अनुमति नहीं है. इसके बावजूद भी यहां प्लॉटिंग के साथ मकान बनाए जा रहे हैं. इससे पुलिस व स्थानीय प्रशासन की लापरवाही साफ झलक रही है.