नई दिल्ली:कालकाजी में बनाए गए पूर्णिमा सेठी मल्टी सुपर स्पेशलिटी 100 बेड का अस्पताल है. इस अस्पताल का टेंडर निकाल कर निगम प्राइवेट लोगों को दिए जाने की प्रक्रिया में है. साउथ एमसीडी का कहना है कि अस्पताल को चलाने के लिए उसके पास अब पैसे नहीं है. इस पर साउथ एमसीडी के नेता विपक्ष ने बीजेपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार
ईटीवी भारत की टीम जब पूर्णिमा सेठी मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पहुंची, तो वहां पर देखा कि अव्यवस्थाओं का अंबार लगा है और खानापूर्ति के नाम पर सिर्फ ओपीडी को चलाया जा रहा है. मरीजों के लिए किसी भी तरीके की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. सवाल करने पर अस्पताल के एमएस अमित मजूमदार का कहा कि उनके पास मीडिया से बात करने की अथॉरिटी नहीं है.
खास बात ये है कि अस्पताल में एक पोस्टर लगाया गया है. जिसमें लिखा गया था कि यहां पर भारी छूट के साथ सस्ते दामों पर जनहित में लैब टेस्ट उपलब्ध है. सेवा का लाभ उठाएं. यहां पर साफ दिखाई दे रहा है कि पोस्टर तो दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की तरफ से लैब टेस्ट पर छूट के बारे में तो लगा दिया गया है, लेकिन सच्चाई ये है कि यहां पर किसी भी तरीके का कोई भी लैब नहीं चलाया जा रहा है.
अस्पताल की खाली बिल्डिंग के लिए टेंडर
आपकों बता दें कि पूर्णिमा सेठी मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल कालकाजी में एक्स-रे क्लीनिक का लोकार्पण तत्कालीन महापौर सुनीता कांगड़ा ने 29 नवंबर साल 2019 को किया था. लेकिन अभी तक एक्स-रे क्लीनिक भी चालू नहीं हो सका है. अब नगर निगम की तरफ से लगातार ये कोशिश की जा रही है कि अस्पताल की खाली बिल्डिंग को प्राइवेट लोगों के हाथ में दे दिया जाए. जिससे एमसीडी के पास बिल्डिंग का किराया आता रहे और प्राइवेट लोग अपना क्लीनिक खोलकर अस्पताल को चलाते रहें.
नेता विपक्ष ने लगाए आरोप