नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने कालकाजी में 2010 में एक स्कूली बच्चे के अपहरण और हत्या मामले में वांछित आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया है. आरोपीकी पहचान गुरनाम सिंह उर्फ रंगीला के रूप में की गई है, जो पंजाब के खुद्दा निवासी है. वारदात को अंजाम देने के बाद वह गिरफ्तारी से बचने के लिए होशियारपुर जिले के एक गांव में अपना रूप बदलकर रह रहा था. आरोपी के ऊपर 50,000 का इनाम भी घोषित था.
रेलवे ट्रैक पर मिला था लड़के का शव: क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि एक महिला ने अगस्त 2010 में कालकाजी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने अपने बेटे की स्कूल से घर वापस नहीं लौटने की बात कही थी. हालांकि 27 अगस्त 2010 को उनकी बेटी को एक बस कंडक्टर ने फोन किया और उसने बताया कि चंदन उर्फ राहुल का स्कूल बैग उसके पास पड़ा है. जब मृतक की मां ने दोबारा उसी नंबर पर कॉल किया तो नंबर बंद बताने लगा. फिर बाद में महिला को सूचना मिली कि एक छात्र का शव ओखला और तुगलकाबाद रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर पाया गया है. जब वह घटनास्थल पर गई तो उसके होश उड़ गए. वह शव उसके बेटे का था. इस संबंध में कालकाजी थाने में अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया गया था. जांच के दौरान तीनों आरोपियों की पहचान की गई, लेकिन इनमें से कोई भी जांच के लिए नहीं आया. जिसके बाद तीनों को अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया था.
भगोड़े अपराधी को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा: अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए क्राइम ब्रांच जॉइंट सीपी एसडी मिश्रा ने डीसीपी विचित्र वीर, एसीपी सेंट्रल रेंज राकेश कुमार शर्मा की देखरेख में एक टीम का गठन किया. जिसमें एसआई पंकज कुमार, अजय कुमार, भरत सिंह, एएसआई भोलानाथ को शामिल किया गया. 19 फरवरी को क्राइम ब्रांच टीम ने इस मामले में एक आरोपी भरत लाल को पकड़ा था. वहीं अब पुलिस टीम ने दूसरे आरोपी को भी हिरासत में ले लिया है, जो इस मामले में फरार चल रहा था.