दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

दिल्ली सरकार नहीं दे रही विज्ञापन खर्च की जानकारी- RTI एक्टिविस्ट - delhi news

दिल्ली और केंद्र दोनों ही सरकारों पर मीडिया में विज्ञापन पर अत्यधिक खर्च करने का आरोप लगा है. जब आरटीआई के जरिए साल 2017 से निकटम उपलब्ध समय तक की जानकारी मांगी गई, तो स्पष्ट जवाब नहीं मिले, वहीं यही सवाल केंद्र सरकार से भी पूछा गया था. इस पर केंद्र की तरफ से जानकारी दी तो गई, लेकिन अधूरी.

Delhi advertisement statistics
दिल्ली सरकार विज्ञापन

By

Published : Sep 30, 2020, 7:23 AM IST

नई दिल्ली: हाल के दिनों में दिल्ली और केंद्र दोनों ही सरकारों पर मीडिया में विज्ञापन पर अत्यधिक खर्च करने का आरोप लगा है. समय-समय पर दोनों ही सरकारों ने इसके कुछ आंकड़े भी दिए हैं, लेकिन अब दिल्ली सरकार जहां इसकी जानकारी छुपा रही है. वहीं केंद्र सरकार आधी अधूरी जानकारी दे रही है.

RTI एक्टिविस्ट ने मांगी थी जानकारी

दिल्ली सरकार नहीं देे रही जानकारी


कोई भी सरकार जब बजट बनाती है, तो कुछ राशि प्रचार और विज्ञापन के लिए भी रखा जाता है. जिससे सरकार जनता को नई योजनाओं के साथ ही पुरानी योजनाओं और जनजागरण के विषयों की जानकारी पहुंचा सके. आम आदमी पार्टी की सरकार में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापन कुछ ऐसे बरसते हैं कि विपक्ष उन्हें विज्ञापन वाली सरकार कहती है.

RTI

दिल्ली सरकार से मिले दो जवाब

आरटीआई एक्टिविस्ट हरपाल राणा ने दिल्ली और केंद्र सरकार से विज्ञापनों पर किए जा रहे खर्च का ब्योरा मांगा. उन्होंने बताया कि पहले तो सरकार ने इसके कुछ आंकड़े दिए थे, लेकिन अब आंकड़े छुपाए जा रहे हैं. दिल्ली सरकार से जब आरटीआई के जरिए साल 2017 से निकटम उपलब्ध समय तक की जानकारी मांगी गई, तो सरकार की तरफ से दो जवाब आए. एक परिवहन विभाग की तरफ से जिसने इसे सूचना प्रसार निदेशालय को ट्रांसफर करने की जानकारी दी, तो सूचना प्रसार निदेशालय के लेख विभाग ने बताया कि जानकारी उनके पास नहीं है.

RTI

अधूरी जानकारी में 500 करोड़ कबूला

यही सवाल केंद्र सरकार से भी पूछा गया था. इस पर केंद्र की तरफ से जानकारी दी तो गई, लेकिन अधूरी. केंद्र ने अधूरी जानकारी दी. उसके मुताबिक साल 2017 से 31 दिसंबर 2019 तक केवल इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर करीब 501 करोड़ खर्च किए, लेकिन किस किस चीज पर कितना खर्च किया. इसकी जानकारी नहीं दी.

RTI

ABOUT THE AUTHOR

...view details