नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के रोहिणी विधानसभा के अंतर्गत आने वाले राजा विहार में रहने वाले रूपांजय आज सालों बाद चैन की नींद सो सकेंगे. दरअसल राजा विहार में जिस जगह इनका घर है यह अनाधिकृत कॉलोनी में शामिल था.
अनाधिकृत कॉलोनी: 22 साल बाद अवैध घर हुआ वैध, रजिस्ट्री मिलते ही रोने लगे रूपांजय
दिल्ली के रोहणी में इलाके की अनाधिकृत कॉलोनी में रहने वाले रूपांजय को प्रधानमंत्री उदय योजना के तहत अपने घर के मालिकाना हक संबंधी रजिस्ट्री पेपर मिलने पर उनकी आंखों से खुशी के आंसू निकल आए.
22 साल पहले खरीदा घर अब हुआ वैध
बताते हैं कि 22 साल पहले इनके पिताजी ने वह घर परिवार के लिए खरीदा था तब यह कॉलोनी अवैध थी. उसके वैध होने की चर्चाएं दशकों से चल रही थी. कुछ हासिल नहीं हुआ. मगर पिछले दिनों जिस तरह केंद्र सरकार ने दिल्ली के अनाधिकृत कॉलोनी के घरों को नियमित करने का फैसला लिया, उनकी कॉलोनी सबसे पहले अधिकृत की गई. उन्हें आज इसका मालिकाना हक भी मिल गया है.
'रजिस्ट्री पेपर मिलते ही निकले आंसू'
22 साल से डर के साये में रह रहे थे घर में रूपांजय बताते हैं कि पूरे परिवार के साथ वो 22 साल से यहां रह रहे हैं. हमेशा डर सताता था कि उनके घर को कोई तोड़ ना दें. नगर निगम सील न कर दें. कहीं कोई किसी तरह से कब्जा ना कर ले. लेकिन आज जब केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने उन्हें उनके घर का मालिकाना हक संबंधी रजिस्ट्री पेपर सौंपा तो उनके आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े. यह उनकी जिंदगी का यादगार पल बन गया.