नई दिल्ली:बुराड़ी विधानसभा (Burari Assembly) में सड़कों पर कूड़ा (garbage) पड़ा होना सरकार ही नहीं आम लोगों के लिए भी चिंता का विषय है. बुराड़ी विधानसभा में बीते साल दिल्ली सरकार (Delhi Government) का 800 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल (Hospital) बनाया गया, लेकिन उसके बाहर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. जिसकी वजह से आम लोगों को सड़क से आने-जाने में काफी परेशानी होती है. साथ ही अस्पताल में आने वाली एम्बुलेंस (ambulance) भी कूड़े की वजह से जाम में फंसती है.
इलाज के लिए अस्पताल आने वाले मरीजों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. कूड़े पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है, जिसकी वजह से सड़कों पर जाम की समस्या आम बात है. इलाके के लोगों ने कई बार स्थानीय प्रतिनिधियों से भी शिकायत की लेकिन समस्या का समाधान होता नजर नहीं आ रहा है.
सरकारी अस्पताल के बाहर लगा कूड़े का ढेर मुख्य सड़क पर कूड़ा
यह बुराड़ी विधानसभा की मुख्य सड़क है, जिस पर कूड़े का ढेर (garbage dump) लगा हुआ है. यह सड़क दिल्ली सरकार (Delhi Government) के पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत आती है, लेकिन इस पर दिल्ली नगर निगम (municipal Corporation) का कूड़ा कई सालों से डाला जा रहा है. कूड़ा सड़क पर फैला रहता है,इस पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है.
वाहन भी होते हैं क्षतिग्रस्त
पशुओं के बीच में कई बार लड़ाई भी होती है, जिससे सड़क पर चलने वाले वाहन भी क्षतिग्रस्त होते हैं और साथ ही लोगों को चोट भी लगती है. लेकिन दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार (Delhi Government) द्वारा एक बार भी इस कूड़े को उठाने को लेकर कोई प्रयास नहीं किया गया.जबकि विधायक और निगम पार्षद दोनों का इसी सड़क से आना जाना होता है. उसके बावजूद भी किसी को यह कूड़ा और पशुओं का जमघट नजर नहीं आ रहा है.
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वहीं बुराड़ी से आप विधायक (AAP MLA) संजीव झा ने बताया कि बुराड़ी विधानसभा में कूड़ाघर नहीं होने के चलते सड़क पर दिल्ली नगर निगम (municipal Corporation) कूड़ा डाल रही है. सड़क से कूड़ा उठाने का काम भी दिल्ली नगर निगम के अधीन आता है, लेकिन दिल्ली नगर निगम की नीयत काम करने की नहीं है. दिल्ली नगर निगम उगाही का अड्डा बन गया है, जिसकी वजह से नगर निगम काम करना नहीं चाहता.
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इलाके में बन रहे नए मकानों पर उनके एजेंट पैसा लेने पहुंच जाते हैं, यह आरोप लगाते हुए बुराड़ी विधायक (Burari MLA) संजीव झा ने दिल्ली नगर निगम, डीडीए व केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. साथ ही कहा कि नगर निगम के पास दूसरे कामों के लिए फंड है, लेकिन इलाके में कूड़ा घर बनाने के लिए उनके पास कोई जमीन और पैसा नहीं है.
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