नई दिल्ली: राजधानी कीबुराड़ी विधानसभा में सार्वजनिक शौचालय न होने से इलाके की जनता परेशान है. क्षेत्र के लोगों ने जनप्रतिनिधियों से सार्वजनिक शौचालय की मांग को लेकर कई बार गुहार लगाई है. वर्तमान में इलाके के लोग सड़क किनारे शौच करने को मजबूर हैं, जिसमें सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को होती है. वहीं इस दिशा में कोई काम न होने के चलते स्थानीय लोगों में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नाराजगी है.
बुराड़ी विधानसभा की आबादी करीब 10 लाख है, लेकिन इलाके में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है, जिससे इलाके के लोग घर से बाहर निकलने पर खुले में शौच करने को मजबूर हैं. लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि इस बात को नहीं समझ पा रहे कि इलाके के लोगों को शौच करने में किन हालातों का सामना करना पड़ता है. एक तरफ प्रधानमंत्री भारत को खुले में शौच मुक्त करने की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ सांसद, विधायक व नगर निगम द्वारा इलाकों में सालों से एक भी शौचालय नहीं बनवाया गया.
इस दौरान एक स्थानीय महिला ने बताया कि गर्भवती महिलाएं जब बाजार में खरीददारी करने निकलती हैं तो सार्वजनिक शौचालय न होने से उन्हें खुले में या दूसरों के घर शौच करने जाना पड़ता है. इसके अलावा स्कूल जाने वाली छात्राओं को भी इसी समस्या से जूझना पड़ता है.