नई दिल्लीः दिल्ली के मुकुंदपुर इलाके के सूरत विहार में बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पूर्व मेयर राजा इकबाल और स्थानीय निगम पार्षद कल्पना झा ने आनन-फानन में अधूरे स्कूल का अनावरण कर जनता को समर्पित किया था. अनावरण के 10 महीने बाद भी पांच सालों में स्कूल पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुआ है. अभी भी स्कूल में बहुत से काम होने बाकी हैं. (Mukundpur Corporation school work incomplete even after five years)
यह स्कूल इलाके के नशेड़ियों का अड्डा बन गया है, जिसको लेकर आम आदमी पार्टी की संत नगर वार्ड से पार्षद रूबी रावत का कहना है कि उन्हें अधूरे स्कूल के अनावरण की जानकारी लोगों से मिली थी. खुद उन्होंने स्कूल का दौरा किया ओर देखा कि स्कूल में बहुत काम होने बाकी हैं. भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को सदन में उठाकर भाजपा से जवाब मांगेगी, जल्द ही अधूरे स्कूल का काम पूरा होगा और इलाके के बच्चे इसमें पढ़ने के लिए आएंगे.
इलाके के लोगों ने बताया कि साल 2017 में स्कूल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. निगम की लापरवाही के चलते स्कूल पांच सालों में बनकर तैयार नहीं हुआ है. जबकि अप्रैल 2022 में प्रस्तावित निगम चुनाव को देखते हुए भाजपा नेताओं द्वारा अधूरे स्कूल का अनावरण कर जनता को समर्पित कर दिया गया था. अभी तक स्कूल में बहुत काम होने बाकी है और अब स्कूल की संपत्ति को इलाके के असामाजिक तत्व नुकसान पहुंचा रहे हैं. अब स्कूल छात्रों के शिक्षा का मंदिर ना होकर नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है. कई बार स्थानीय विधायक संजीव झा और भाजपा नेताओं से भी स्कूल का निर्माण कार्य जल्द पूरा करवाने को लेकर शिकायत की गई, लेकिन किसी ने जनता की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया.
स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में आने के लिए सड़क खराब और टूटी हुई है, जिस वजह से हो सकता है कि स्कूल के काम में रुकावट आ रही हो. सड़क सही होती तो यह स्कूल का काम भी जल्द पूरा होता और शुरू भी हो जाता. आसपास के इलाके के हजारों बच्चे इसमें पढ़ने के लिए आते, लेकिन निगम के नेताओं की लापरवाही के चलते स्कूल का निर्माण कार्य 5 सालों में भी अधूरा पड़ा हुआ है.