नई दिल्ली:उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने मंगलवार को सिगनेचर ब्रिज के पास पाकिस्तानी विस्थापित हिंदू बस्ती, गढ़ी मांडू एवं पुराना उस्मानपुर गांव में जाकर बाढ़ पीड़ितों के हाल-चाल पूछा और राहत कार्यों का जायजा लिया. इस अवसर पर कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे.
मनोज तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विपत्ति के समय में भी पीड़ितों की मजाक उड़ाने का काम कर रहे हैं. दिल्ली सरकार की तैयारी ट्विटर पर दिख रही हैं. एक सड़क पर खड़े होकर फोटो खिंचवाने से बाढ़ पीड़ितों का बचाव और राहत नहीं होगी. मैं जहां जहां भी आज गया वहां दिल्ली सरकार की कोई तैयारी नहीं दिखी. बस दिखे तो सिर्फ परेशान और चिंतित लोग.
मनोज तिवारी ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चे खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हैं, उनके सिर पर दिल्ली सरकार की व्यवस्था के नाम पर टेंट भी नहीं है. बीमार लोगों के लिए दवाई की व्यवस्था नहीं है, बाढ़ के प्रकोप से पीड़ित लोग अब केजरीवाल के प्रकोप से दिल से पीड़ा महसूस करते दिखे. तिवारी ने कहा कि रोहिंग्याओं के लिए रेड कारपेट बिछाने वाले केजरीवाल को सिगनेचर ब्रिज के नीचे 60 पाकिस्तानी हिंदू विस्थापितों के परिवारों की बस्ती डूबती नजर नहीं आई, राहत कार्यों में भी वर्गीकरण कुत्सित मानसिकता का प्रतीक है.