नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एक बार फिर सरकारी अस्पताल बाबा भीम राव अम्बेडकर पर बच्चा बदलने का आरोप लगा है. यह आरोप पीड़ित परिवार ने लगाया है. परिवार अस्पताल के अधिकारियों से न्याय की मांग कर रहा है.
लड़का बोल थमा दिया लड़की की लाश, पीड़ित परिवार का रो रो कर बूरा हाल पीड़ित परिवार ने बताया कि कमलेश ने सुबह करीब 6:15 बजे एक बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन्हें मृत बच्ची को सौप दिया है.
जब पीड़ित परिवार बच्चे के शव को घर आ गए तब उन्होंने देखा कि बच्ची के हाथ पर अस्पताल के प्रसूति गृह की एक पट्टी लगी हुई है. जिस पर उसके जन्म का समय सुबह 4:45 बजे, वजन करीब 4.450 किलो और लड़की लिखा हुआ है. जबकि इन्हें लड़का होने की पर्ची अस्पताल ने दिया था.
पीड़ित परिवार का रो रो कर बूरा हाल
आनन-फानन में परिवार जब बच्चे को वापस अस्पताल लेकर पहुंचे और अपने बच्चे के बारे में पूछा तो अस्पताल प्रशासन चुप्पी साधे हुए है. पीड़ित परिवार ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करा दिया है. पुलिस ने बच्ची के शव को DNA जांच के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है.
पीड़ित परिवार ने अस्पताल प्रशासन पर बच्चा बदलने का आरोप लगा कर कहा कि जब कमलेश सुबह 5:45 बजे प्रसूति गृह में गई हैं, तो फिर 5:45 बजे बच्चा कैसे पैदा हो सकता है.
जबकि डिलीवरी के बाद डॉक्टर ने लड़का होने की खबर दी थी और उसका वजन करीब 2.450 किलो बताया था.
पीड़ित परिवार कर रहा न्याय की मांग
फिलहाल परिवार अस्पताल के खिलाफ नारेबाजी कर अपना गुस्सा व्यक्त कर रहा है. साथ ही पुलिस और अस्पताल प्रशासन से न्याय की मांग कर रहा है. इस बारे में जब अस्पताल के एमएस से बात करनी चाही तो एमएस ने बात न करने के लिए गार्ड से मना करवा दिया.
एमएस के इस रुख से कहीं न कहीं अस्पताल प्रशासन को शक के दायरे में लाकर खड़ा कर दिया है.