दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

दिल्ली हिंसा: मुस्तफाबाद में शांति के दावे के बीच 2 भाइयों की हत्या, नहर में मिले शव - two brothers killed in delhi violence

बुधवार को NSA अजीत डोभाल ने हिंसा ग्रस्त इलाकों का दौरा कर वहां पर शांति का दावा किया था. इसके बावजूद भी बीती रात को उपद्रवियों ने दो भाइयों की हत्या कर दी. ईटीवी भारत ने मृतकों के भाई से बातचीत की. जानिए उन्होने क्या आपबीती सुनाई.

two brothers killed in delhi violence after ajit doval claim peace etv exclusive
exclusive: शांति के दावे के बीच दंगाइयों ने 2 भाइयों कि हत्या की

By

Published : Feb 27, 2020, 9:39 PM IST

नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों ने बुधवार को हिंसा ग्रस्त इलाके का दौरा कर दावा किया था कि अब हालात काबू में है. पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बलों की व्यवस्था कर दी गई है . इसके बावजूद बीती रात उपद्रवियों ने दो भाइयों का कत्ल कर दिया. मृतक की पहचान 28 वर्षीय आमिर और 18 वर्षीय हासिम के रूप में हुई है .

दिल्ली हिंसा

सुनिए मृतक के भाई की आपबीती

मृतकों का भाई सेरउद्दीन ने बताया कि वह लोग परिवार के साथ मुस्तफाबाद में रहते है. बुधवार रात करीब 9.30 बजे उसके दो छोटे भाई आमिर और हासिम अपनी अपाचे बाइक से भोपुरा किसी काम से गए थे. देर रात तक जब दोनों वापस नहीं लौटे तो उनके मोबाइल पर फोन किया गया, लेकिन दोनों का नंबर बंद था. रातभर ढूंढा तो भी कुछ पता नहीं चला. मामले की शिकायत पुलिस से की गई. इसके बावजूद उनके दोनों भाई का कुछ पता नहीं चला. आज पुलिस ने बताया कि करावल नगर इलाके के नहर से दो शव बरामद हुए है, जिसे शव गृह भेज दिया गया है.

'सिर पर हमला कर हत्या'

सेरउद्दीन ने बताया कि उसके दोनों भाई के सिर पर गहरे जख्म के निशान है. गोली या धारधार चीज से हमला कर दोनों की हत्या की गई हैं.

2 मासूम बेटियों का पिता था अमीर

सेरउद्दीन ने बताया कि आमिर पहले कबाड़ का कारोबार करता था लेकिन काम नहीं होने की वजह से वह बेरोजगार था. वह शादीशुदा था और उसकी दो छोटी बेटियां है. जबकि हासिम उसके साथ जीन्स के कारोबार में मदद करता था. 5 भाइयों में अमीर सेरद्दीन के बाद दूसरे नंबर पर था, जबकि हासिम सबसे छोटा भाई था.

'माहौल अभी भी खराब'

सेरउद्दीन ने कहा कि बताया जा रहा था कि माहौल शांत हो गया है. यही सोच कर उसके भाई भोपुरा गए थे, लेकिन हकीकत कुछ और है माहौल अभी भी खराब है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details