दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

दिल्ली गेट कब्रिस्तान में शहाबुद्दीन की कब्र को परिजनों ने दी मजार की शक्ल - Shahabuddin

राजधानी के आईटीओ दिल्ली गेट (ITO Delhi Gate cemetery) जदीद कब्रिस्तान अहले इस्लाम में पक्की कब्र बनाने का मामला जोर पकड़ता जा रहा है. इस कब्रिस्तान में पक्की कब्र बनाने की मनाही है, इसके बावजूद यहां पर पक्की कब्र बनाकर कर जगह घेरने का काम किया जा रहा है. ताजा मामला बिहार के सीवान से सांसद रहे शहाबुद्दीन (Mohammad Shahabuddin) की कब्र को लेकर आया है.

delhi gate cemetery
दिल्ली गेट कब्रिस्तान

By

Published : Jun 4, 2021, 4:50 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली गेट कब्रिस्तान (Delhi gate cemetery) में मौजूद बिहार के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन (Shahabuddin) की कब्र को मजार की शक्ल देने की कवायद चल रही है, हालांकि मामला सामने आने के बाद फिलहाल निर्माण कार्य को रोक दिया गया. कब्रिस्तान कमेटी पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि कोविड महामारी में कब्रिस्तान में जगह कम होने के बावजूद निर्माण कार्य की अनुमति कैसे मिल गई.

शहाबुद्दीन की कब्र को परिजनों ने दी मजार की शक्ल

जानकारी के मुताबिक जदीद कब्रिस्तान अहले इस्लाम में दफन सिवान के शहाबुद्दीन की कब्र को उनके परिजनों ने मजार के रूप में पक्का करना शुरू कर दिया. जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया पर सामने आया, वैसे ही हंगामा खड़ा होने लगा. हंगामा बढ़ता देख फिलहाल परिजनों ने निर्माण कार्य को रोक दिया है.

यह भी पढ़ेंः-ITO स्थित कब्रिस्तान में पूर्व सांसद शहाबुद्दीन सुपुर्द-ए-खाक

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई थी मौत

बता दें कि पिछले दिनों शहाबुद्दीन की कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित होने के कारण मौत हो गई थी. शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल में बंद रखा गया था. इस दौरान संक्रमित हो गए तो, उन्हें दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. परिजन उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में करना चाहते थे, मगर जेल प्रशासन ने उन्हें शव ले जाने की इजाजत नहीं दी थी.

परिजनों ने अदालत का भी सहारा लिया, मगर अदालत ने भी इजाजत नहीं दी और दिल्ली में ही अंतिम संस्कार करने को कहा था. इसके बाद उनके परिजन और प्रशंसकों ने तीन दिनों के बाद आईटीओ कब्रिस्तान में दफन कर दिया था. अब उनकी कब्र को पक्की बनाने का काम शुरू किया गया है. इसको लेकर कब्रिस्तान इंतेजामिया कमेटी और अन्य लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details