नई दिल्ली:दिल्ली के नगर निगम स्कूलों में भी अब दिल्ली सरकार के स्कूलों की तरह अरविंद केजरीवाल का शिक्षा मॉडल लागू करने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर गुरुवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने समीक्षा बैठक कर एमसीडी के स्कूलों में भी बदलाव को शुरू करने का निर्देश दिया. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के स्कूलों की तरह ही एमसीडी के स्कूलों में आवश्यक बदलाव लाने पर बल दिया.
इस दौरान एमसीडी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि दिल्ली में एमसीडी के 1,578 स्कूल हैं. इन स्कूलों में करीब 8.76 लाख बच्चे पढ़ते हैं. 1,578 स्कूलों में से 342 स्कूल दो शिफ्टों में चलते हैं. दिल्ली में 1185 साइटों पर एमसीडी के स्कूल चलते हैं. इनमें से 126 स्कूल के पक्की इमारत नहीं है और लगभग 200 स्कूलों की बिल्डिंग की मरम्मत की आवश्यकता है. इस दौरान स्कूलों में सुरक्षा गार्डों की अनुपस्थिति, शौचालयों की खराब हालत, स्कूलों में साफ-सफाई की कमी, शिक्षकों व प्रधानाचार्यों पर काम का अधिक बोझ और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की कमी जैसे अन्य मुद्दों की पहचान की गई.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों की तरह ही एमसीडी के स्कूलों को भी बदलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों के अंदर प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. अगर एमसीडी से इन बच्चों को पर्याप्त सहयोग दे तो ये बच्चे अपनी प्रतिभा को साबित कर पूरे देश का नाम उंचा करेंगे. मुख्यमंत्री ने एमसीडी के शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को प्रेरित करने और उन्हें दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की तरह ही अच्छी ट्रेनिंग देने की आवश्यकता पर बल दिया.
उन्होंने कहा कि स्कूलों के बुनियादी ढांचे, शिक्षकों की ट्रेनिंग और छात्र कल्याण सहित शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने पर ध्यान देने से एमसीडी स्कूलों के अंदर बदलाव लाने में काफी मदद मिलेगी. सीएम अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी के अधिकारियों को अगले पांच साल के अंदर सभी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को बदलने का लक्ष्य दिया है. साथ ही उन्होंने नए माध्यमिक विद्यालयों के निर्माण के लिए एमसीडी के स्कूलों में खाली जमीन की तलाश करने का भी निर्देश दिया है.