नई दिल्ली: दिल्ली की 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होना है. अभी एक ओर जहां अन्य पार्टियों के नेता अपने टिकट के चक्कर में लगे हुए हैं, तो वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) के संभावित विधायक प्रत्याशी लगातार जनता के बीच जाकर चुनावी सभा कर रहे हैं. अपनी सरकार के कामों को गिना रहे हैं.
मोहल्ले-मोहल्ले हो रहा है पार्टियों का दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. पार्टी के विधायक प्रत्याशी लगभग प्रत्येक विधानसभा के लिए तय हैं. वह सभी अपने-अपने क्षेत्र में फ्री बिजली-पानी-शिक्षा के बलबूते चुनाव जीतने की तैयारी कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने पिछले चुनाव में 70 वादे किये थे. उनके संभावित विधायक प्रत्याशी उन्ही कामों का रिपोर्ट कार्ड लेकर गलियों में घूम रही है.
मोहल्ला सभा बनी आप का सहारा
चुनावी घोषणा के बाद "आप" ने शुरूआती तौर पर बड़ी सभाओं से किनारा कर रखा है. उनके प्रत्याशी मोहल्लों में घर-घर जा कर मोहल्ला सभा कर रहे हैं. करावल नगर से संभावित विधायक प्रत्याशी दुर्गेश पाठक ने भी मोहल्ला सभाओं का ही सहारा लिया है. उनके क्षेत्रीय कार्यकर्ता उन्हें करावल नगर के विभिन्न इलाकों में लेजाकर जनता से मिलवा रहे हैं. साथ ही मोहल्ला सभा को करवा रहे हैं. अपनी सभाओं में दुर्गेश पाठक अरविंद केजरीवाल के कामों को गिनाते नजर आए. साथ ही उन्होंने आम आदमी पार्टी को आम जनता की पार्टी बताया.
ऐसे कर रही है पार्टीयां करावल नगर में प्रचार
- करावल नगर में भाजपा का चुनाव प्रचार
दिल्ली में आचार संहिता के लागू होने से पहले करावल नगर विधानसभा में भाजपा के नेता अपने लिए वोट मांग रहे थे. करावल नगर विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक मोहन सिंह बिष्ट अचार संहिता से पहले करावल नगर की गलियों में घूम रहे थे. भारतीय जनता पार्टी(BJP) ने उनका टिकट अभी क्लियर भी नहीं किया था लेकिन वह गलियों में घूम-घूम कर अपने लिए वोट मांगते नजर आए. आचार संहिता लगने के बाद भाजपा का करावल नगर में कोई भी चुनाव प्रचार नहीं हो रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि अब सभी नेता अपना टिकट पाने के लिए हाईकमान के यहां चक्कर लगा रहे हैं.
- करावल नगर में कांग्रेस का चुनाव प्रचार
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मुताबिक कांग्रेस के लिए वापसी की एक आस जगी है. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी केवल 9.7 फीसदी मत हासिल कर पाई थी लेकिन इस बार कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है. इसकी वजह है झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत.
हालांकि कांग्रेस का वोट बैंक इस समय आम आदमी पार्टी का वोट बैंक बन चुका है लेकिन फिर भी कांग्रेस के कार्यकर्ता लोगों से मिल करके उन्हें कांग्रेस को वोट देने की बात कर रहे हैं. दिल्ली में कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा इस प्रश्न से कांग्रेस के कार्यकर्ता बचते नजर आए.
- करावल नगर से अन्य पार्टियों के चुनाव प्रचार
आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के अलावा दिल्ली के करावल नगर में किसी अन्य पार्टी के उम्मीदवारों के ने अभी किसी भी प्रकार का कोई भी चुनाव प्रचार नहीं किया है. आचार संहिता से पहले भी किसी भी पार्टी का यहां पर कोई प्रचार-प्रसार नहीं किया गया था. हालांकि ऐसी उम्मीद की जा रही है कि समय बीतते कुछ निर्दलीय उम्मीदवा जरूर मैदान में आएंगे जो अन्य पार्टी के वोटिंग समीकरण को खराब कर सकते हैं.
आम आदमी पार्टी चुनाव प्रचार में अन्य पार्टियों के मुकाबले बहुत आगे नजर आ रही हैं. उनके विधायक प्रत्याशी और मुख्यमंत्री प्रत्याशी का नाम पहले से साफ़ है. इससे उन्हें अच्छा समय मिला. जिसके चलते वह हर घर तक पहुंचने में कामयाब रहे.