नई दिल्ली: पूरे देश में शिवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है. राजधानी दिल्ली में भी पूरे हर्षोल्लास के साथ इस त्योहार को मनाया जाता है. राजधानी दिल्ली में कई प्राचीनतम मंदिर हैं. ऐसा ही एक शिव मंदिर पांडव कालीन है जो अपने प्राकृतिक रूप से उत्पन्न शिवलिंग के लिए पूरे उत्तरी दिल्ली में मशहूर है.
कांवड़ियों ने पूरी की कावड़ यात्रा मनोकामना होती है पूरी!
यह मंदिर उत्तरी दिल्ली के मादीपुर क्षेत्र में है. इस मंदिर को लेकर प्राचीन समय से धारणाएं चलती आ रही है. कहते हैं कि इस मंदिर में आकर जो भक्त सच्चे दिल से भोले बाबा से कुछ मांगता है. उसकी मनोकामना पूरी होती है.
ईटीवी भारत की टीम ने मंदिर में जाकर कावड़ियों से बातचीत की. कांवड़ियों ने बताया कि वह मंदिर की व्यवस्थाओं से पूरी तरह संतुष्ट हैं. मंदिर प्रशासन ने इस बार कावड़ियों के लिए खास तौर पर उनके आराम करने के लिए, जलपान के लिए खास व्यवस्था की थी.
'बाबा की कृपा से यात्रा सरल और सुगम हो जाती है'
कांवड़ियों ने बातचीत के दौरान ये भी बताया कि यात्रा कितनी ही दुर्गम हो लेकिन भोले बाबा की कृपा से हर बार यात्रा सरल और सुगम हो ही जाती है. यहां पर हमें कुछ ऐसे भी कांवड़िया मिले जो पिछले 40 साल से लगातार कांवड़ ला रहे हैं. जिसका पूरा श्रेय कांवड़िए भोले बाबा को देते हैं.