नई दिल्ली:दिल्ली सरकार भले ही अस्पतालों को दुरुस्त करने के लाख दावे करती रहे लेकिन हालात उसके उलट है. जहांगीरपुरी इलाके स्थित बाबू जगजीवन राम अस्पताल में मरीजों का हाल बेहाल है. अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. यहां इलाज कराने आए मरीजों का दावा है कि अस्पताल में सामान्य सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं. ऐसे में किसी बड़े मर्ज का इलाज मिलना तो दूर की बात है.
यहां पर बुखार की पेरासिटामोल गोली भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में अस्पताल के डॉक्टर दवाई लिख कर देते है तो आधी से ज्यादा दवाएं बाहर से लेनी पड़ती है, जोकि काफी महंगी आती है. मरीजों ने बताया कि विभाग में अल्ट्रासाउंड भी नहीं हो पाता है. अल्ट्रासाउंड की टेस्ट मशीनें कई महीनों से खराब है. जिसकी वजह से मरीजों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
मरीजों को अस्पताल में जांच के लिए कई महीनों का चक्कर लगाना पड़ता है. यहां मरीज के लिए अंदर बैठने की व्यवस्था तक नहीं है. मरीजों का कहना है कि अस्पताल में तैनात गार्ड भी मरीजों से काम के नाम पर पैसे वसूलते हैं. इसकी भनक अस्पताल प्रबंधक के अधिकारियों को भी है लेकिन इस तरह मामले को संज्ञान में नहीं लिया जाता. जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.