नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि राजधानी को बाढ़ में डुबोने के लिए पूरी तरह केजरीवाल सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है. अगर यमुना की सफाई समय पर कराई जाती, आईटीओ यमुना बैराज पर ध्यान दिया होता और यमुना में गिरने वाले 17 ड्रेन की गाद निकलवाई होती तो हजारों लोगों को बाढ़ की त्रासदी से बचाया जा सकता था.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की लापरवाही और अदूरदर्शिता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले छह साल से बाढ़ नियंत्रण के लिए अपेक्स कमेटी की बैठक ही नहीं बुलाई गई. मुख्यमंत्री इस कमेटी के अध्यक्ष हैं. सरकार ने समय रहते न तो कोई कदम उठाया और न ही स्थिति की गंभीरता को समझा.
यमुना में जमा गाद की सफाई नहीं हुईःउन्होंने बताया कि दिल्ली में पिछले आठ साल से यमुना की सफाई नहीं हुई. सफाई न होने के कारण यमुना में 6 फुट गाद जमा हो चुकी है. गाद का निरीक्षण यमुना में बने पुलों या फ्लाईओवरों के पिलर्स से किया जा सकता है. इसका यह सबूत भी है कि 1978 में यमुना में करीब 7 लाख 9 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था तो यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड 205.49 मीटर तक पहुंचा था. 2023 में 3 लाख 59 हजार क्यूसेक पानी से ही यमुना का जलस्तर 208.67 मीटर तक पहुंच गया. इससे पहले भी 2013 में 8 लाख 6 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, लेकिन यमुना का जलस्तर 1978 के स्तर से कम ही रहा था.