नई दिल्ली: डूसू इलेक्शन में छात्र जोर शोर से प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं. वहीं एनएसयूआई का आरोप है कि उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार अंकित भारती पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज ( सीवीएस ) में उन पर हमला किया है. जिन्हें उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया है.
NSUI के उपाध्यक्ष उम्मीदवार अंकित भारती पर हमला इस घटना पर एबीवीपी ने कहा कि यह NSUI की संगठनात्मक फूट है जो अब बाहर निकल करके सामने आ रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि एनएसयूआई एबीवीपी पर झूठे आरोप लगा रही है.
'NSUI की लोकप्रियता से बौखला गया है ABVP'
वहीं कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज में प्रचार के दौरान एनएसयूआई के उपाध्यक्ष उम्मीदवार अंकित भारती पर हुए हमले को लेकर एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि ये एनएसयूआई की बढ़ती लोकप्रियता से एबीवीपी की बौखलाहट का नतीजा है, कि वह अब एनएसयूआई के उम्मीदवार पर हमला किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह एक दलित समुदाय से आता है और यह लोग कभी नहीं चाहते कि यह लोग आगे बढ़े जिसका यह साफ उदाहरण है.
'एबीवीपी के लोग गुंडागर्दी पर उतर आए'
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव जब आता है एबीवीपी के लोग गुंडागर्दी पर उतर आते हैं. कुंदन ने कहा कि बीते वर्ष जाकिर हुसैन कॉलेज में भी कुछ इसी तरह से एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर हमला किया था. उन्होंने कहा कि एबीवीपी गुंडागर्दी के दम पर विश्वविद्यालय का चुनाव जीतना चाहती है. लेकिन एनएसयूआई के छात्रों पर पूरा भरोसा है और वो आने वाले 12 सितंबर को अपने वोट के जरिए ऐसे लोगों को जवाब देगी.
एबीवीपी के लगाए आरोपों को नीरज कुंदन ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अंकित भारती उपाध्यक्ष और आशीष लांबा सचिव पद पर एनएसयूआई की ओर से उम्मीदवार हैं. यह लोग आपस में खुद क्यों लड़ेंगे. एबीवीपी का ये बयान समझ से परे है. उन्होंने कहा कि एबीवीपी अपनी गलती खुद कभी स्वीकार नहीं करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि सचिव और वाइस प्रेसिडेंट का आपस में कोई मुकाबला ही नहीं है. कुंदन ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस में भी शिकायत की जाएगी.
वहीं एबीवीपी के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि एनएसयूआई के सचिव पद के उम्मीदवार आशीष लांबा और उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार अंकित भारती के समर्थकों के बीच में आपस में झड़प हुई है जिसमें उनके कार्यकर्ताओं को चोट लगी है. इस घटना से एबीवीपी का कोई लेना देना नहीं है.
ABVP को बदनाम करने की कोशिश-सिदार्थ यादव
उन्होंने कहा कि एबीवीपी को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ में छात्रों से मिल रही लोकप्रियता के कारण एनएसयूआई घबराई हुई है जिसके कारण एबीवीपी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही कहा कि एनएसयूआई में संगठनात्मक फूट है जो एक बार फिर बाहर निकल कर आ गई है. यादव ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर एबीवीपी एनएसयूआई द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों के खिलाफ मानहानि का केस भी दायर करेगी.